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200+ नफरत पर विचार | hate on quotes

दोस्तों आज हम नफरत पर quote on hate and nafart shayary collection लेकर आये हैं जो आपके जीवन में कभी न कभी किसी या किसी चीज से नफरत हो जाती है जिसे आप quote या shayari के माध्यम से किसी को indirect रूप से बताना चाहते है social media से तो आप के लिए यहा best कलेक्शन है!
लेकिन दोस्तों मै आपसे यही अनुग्रह करूँगा कि किसी के जीवन में नफरत नाम कि कोई ख्याल न आये तो अच्छा है कियोकी नफरत एक ऐसे शब्द है जो नकरात्मक प्रभाव डालता है आपके जीवन में मै आप सब से यही कहूँगा कि नफरत का जहर किसी के जीवन या खुद कि जीवन में कभी न घोलने कि कोशिस करे ये बहोत घटक है मनुष्य के लिए !

TABLE OF CONTENTS (toc)

नफरत पर विचार | hate on quotes

घृणा घृणा से नहीं, प्रेम से ख़तम होती है, यह शाश्वत सत्य है !!
एहसास बदल जाते है बस और कुछ नहीं, वर्ना मोहोब्बत और नफरत एक ही दिल से होती है !!
नफ़रत को हजार मौके दो की वो प्रेम में परिवर्तित हो जाए, लेकिन प्रेम को एक भी मौका मत दो की वो नफरत में बदल जाए !!
हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है !!
कदर करनी है तो जीते जी करो अरथी उठाते वक़्त तो नफरत करने वाले भी रो पड़ते है !!
छोटी सी इस कहानी को एक और फ़साना मिल गया उनको हमसे नफ़रत का एक और बहाना मिल गया !!

Nafrat shayari two lines

मत रख इतनी नफ़रत अपने दिल में इन्सान, जिस दिल में नफरत होती है उसमे रब नहीं बसता !!
गलतफहमी दूर न की जाए तो, वो नफरत में बदल जाती है !!
तेरी नफरत से भी हमने प्यार किया था मगर तुमने हमे दर्द और जख्म दिया था !!
अपने चेहरे पे ख़ुशी के फुल सजाया करो, गम समंदर से भी गहरा हो मुस्कुराया करो, छोटी बातें जो नफरत का सबब बनती है, मेरी बात मानो तो उन्हें भूल जाया करो !!
नफरत करने वालो से भी प्यार करो तो कोई बात बने अपने जिंदगी को कुछ यूं बनाओ तो कोई बात बने !!
मिटा देंगे हर नफरत को इस कदर हर रिश्ता निभाएंगे अगर खड़ी रहेगी नफरत रास्ते में तो उसे भी प्यार से मनाएंगे !!
एक नफरत ही है जिसे दुनिया चंद लम्हों मैं जान लेती है वरना चाहत का यकीन दिलाने में तो ज़िन्दगी बीत जाती है !!
हंसने के बाद क्यो रुलाती है दुनिया जाने के बाद क्यो भुला देती है ये दुनिया जिंदगी में क्या कोई कसर बाकी थी जो मरने के बाद भी जला देती है ये दुनिया !!
हमसे नफरत तभी करना जब आप हमारे बारे मै जानते हो तब नही जब किसी से सुना हो !!
नफरत कर लो पर इतनी गुंजाइश रखना कल मेरे मरने पर कुछ आंसू निकल सके !!
पूरी दुनिया नफरतो की आग मे जल रही है फिर भी ना जाने क्यो लोगों को ठंड लग रही है !!
ग़ज़ब की एकता देखी लोगो की ज़माने मे ज़िन्दो को गिराने मुर्दो को उठाने मे !!

Nafrat shayari | नफ़रत शायरी

नफरत का वार मुझ पर ज़ोर से मारना क्योकि नफरत मुझसे टकराकर प्यार मे बदल जाती है !!
लेकर के मेरा नाम वो मुझे कोसता है नफरत ही सही पर वो मुझे सोचता तो है !!
कुछ इस अदा से निभाना है किरदार मेरा मुझको जिन्हे मुहब्बत ना हो मुझसे वो नफरत भी ना कर सके !!
कभी उसने भी हमे चाहत का पैगाम लिखा था सब कुछ उसने अपना हमारे नाम लिखा था सुना है आज उनको हमारे जिक्र से भी नफ़रत है !!
बैठकर सोचते है अब कि क्या खोया क्या पाया उनकी नफरत ने तोड़े बहुत मेरी वफ़ा के घर !!
खुदा सलामत रखना उन्हे जो हमसे नफरत करते है प्यार न सही नफरत ही सही कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते है !!
कुछ लोग तो मुजसे सिर्फ इसलिए भी नफरत करते है क्योकि बहुत सारे लोग मुझसे प्यार करते है !!
वो नफरते पाले रहे हम प्यार निभाते रहे लो ये जिंदगी भी कट गयी खाली हाथ सी !!
हाँ मुझे रस्म ए मोहब्बत का सलीक़ा ही नही जा किसी और का होने की इजाज़त है तुझे !!
तुम्हे पता था की मुझे तोड़ना इतना आसान नही इसलिए तुमने प्यार का फ़रेबी खेल खेला मेरे साथ !!
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार से अगर मै तेरे ही अंदाज मे तुझसे बात करुं !!
तेरी नफरतो को प्यार की खुशबु बना देता मेरे बस मेअगर होता तुझे उर्दू सीखा देता !!
इश्क़ या खुदा को दिल मे बसा लो दिल से नफरत हमेशा के लिए खत्म हो जायेगी !!
तुझे प्यार भी तेरी औकात से ज्यादा किया था अब बात नफरत की है तो नफरत ही सही !!
नफरत करने वाले भी गज़ब का प्यार करते है मुझसे जब भी मिलते है कहते है कि तुझे छोड़ेगे नही !!
किसी ने मुझसे पूछा तुम्हारा शौक क्या है मैने हंस कर कहा नफरत करने वालो से मोहब्बत करना !!
देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गज़ब की की थी !!
मुझसे नफरत करने वाले भी कमाल का हुनर रखते है मुझे देखना तक नही चाहते लेकिन नजर मुझपर ही रखते है !!
उसने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया कितने रिश्ते उसकी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ कितने धुंधले है ये चेहरे जिन्हे अपनाया है कितनी उजली थी वो आँखे जिन्हे छोड़ आया हूँ !!
वो वक़्त गुजर गया जब मुझे तेरी आरज़ू थी अब तू खुदा भी बन जाए तो मै सज़दा न करूँ !!
चाह कर भी मुँह फेर नही पा रहे हो नफरत करते हो या इश्क निभा रहे हो !!
कभी उसने भी हमे चाहत का पैगाम लिखा था सब कुछ उसने अपना हमारे नाम लिखा था !!
सुना है आज उनको हमारे जिक्र से भी नफ़रत है जिसने कभी अपने दिल पर हमारा नाम लिखा था !!
मोहब्बत करने से फुरसत नही मिली दोस्तो वरना हम करके बताते नफरत किसको कहते है !!
न मोहब्बत संभाली गई न नफरते पाली गई अफसोस है उस जिंदगी का जो तेरे पीछे खाली गई !!
तुम नफरत का धरना कयामत तक जारी रखो मै प्यार का इस्तीफा जिंदगी भर नही दूंगा !!
ज्यादा कुछ नही बदला उनके और मेरे बीच मे पहले नफरत नही थी अब मोहब्बत नही है !!
जो आदमी लिमिट मे रहता है वो ज़िन्दगी भर लिमिट मे ही रह जाता है !!
देखना मेरी तुम्हारी नफरतो मे खाख ना हो जाए सबकुछ हम दोनो को भी आखिर मे रहना तो है इसी बस्ती मे !!
प्यार करता हूँ इसलिए फ़िक्र करता हूँ जो नफ़रत करता तो तेरा जिक्र तक न करता !!
मुझे ऑनलाइन देखते ही तेरा ऑफलाइन हो जाना उफ़ यह तेरी डिजिटल नफरत !!
जो मुझसे नफरत करते हैं शौक से करे हर शख्स को मैं अपनी मोहब्बत के काबिल नही समझती !!
नफरतो को जलाओ मोहब्बत की रौशनी होगी वरना इंसान जब भी जले हैं ख़ाक ही हुए है !!
हमे नफ़रत पसंद है लेकिन दिखावे का प्यार नही !!

Nafrat shayari in hindi


नफरत हमने सीखी नही कभी दिल से हम तो बस मोहब्बत ही रखते है हर किसी से !!
ना जाने क्यु कोसते है लोग बदसुरती को बरबाद करने वाले तो हसीन चेहरे होते है !!
हाथ में खंजर ही नहीं आंखो मे पानी भी चाहिए ऐ खुदा मुझे दुश्मन भी खानदानी चाहिए !!
हमें भुलाकर सोना तो तेरी आदत ही बन गई है ऐ सनम किसी दिन हम सो गए तो तुझे नींद से नफ़रत हो जायेगी !!
नफरत मत करना मुझसे मुझे अच्छा ना लगेगा बस प्यार से कह देना तेरी अब जरुरत नही है !!
हमे बर्बाद करना है तो हमसे प्यार करो नफरत करोगे तो खुद बर्बाद हो जाओगे !!
हक़ से दो तो तुम्हारी नफरत भी कबूल हमे खैरात में तो हम तुम्हारी मोहब्बत भी न ले !!
ये मोहब्बत है या नफरत कोई इतना तो समझाए कभी मैं दिल से लड़ता हूँ कभी दिल मुझ से लड़ता है !!
नफरत करोगे तो अधुरा किस्सा हूँ मैं मोहब्बत करोगे तो तुम्हारा ही हिस्सा हूँ मे !!
मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना ज़रा से भी चुके तो मोहब्बत हो जाएगी !!
जिसके अहंकार पुरखो की कमाई पर पले है आज वो हमसे नफरत की लड़ाई जीतने चले है !!
होते है शायद नफरत मे ही पाकीजा रिश्ते वरना अब तो तन से लिबास उतारने को लोग मोहब्बत कहते है !!
वो मोहब्बत ही क्या जिसमे प्यार ना हो वो नफरत ही क्या जिसमे तकरार ना हो !!
नफरत की आग जो तुमने इस दिल में लगाई है तुमसे ही नही मोहब्बत से भी हमें शिकायत हुई है !!
पहली नजर में जिसको हमसे मोहब्बत हो गई अब यह आलम है हमे उनसे नफरत हो गई !!
तेरी बेवफाई में ना नफरत हुई और ना ही इश्क खत्म हुआ !!
नाराजगी, डर, नफरत या फिर प्यार कुछ तो जरुर है जो तुम मुझसे दूर दूर रहते हो !!
उन्हे नफरत हुयी सारे जहाँ से अब नयी दुनिया लाये कहाँ से !!
इसी लिए तो बच्चो पे नूर सा बरसता है शरारतें करते है साजिशे तो नही करते !!
है खबर अच्छी के आजा मुँह तेरा मीठा करे नफरतें तेरी हुई है बा खुशी दिल को कबूल !!
अगर हमारी उल्फतों से तंग आ जाओ तो बता देना हमें नफरत तो गवारा है मगर दिखावे की मोहब्बत नही !!
यह कैसा धोखा है तुम्हारा मैं नफरत की आग में जलता हूं हर रोज तुम्हें याद करता हूं !!
देख आज मेरा आंसू भी आंखों से बहता जा रहा है यह तेरी मोहब्बत की गजल गाए जा रहा है !!
तेरी मोहब्बत से मुझे नफरत हो गई है इसलिए शराब मेरी जीने की सहारा बन गई है !!

nafrat wali shayari

नफरत है मुझे उन बेवफाओं की महफिल से जहां इश्क की बात पर दिलों के कत्ल होते हैं !!
वह कमबख्त मेरे प्यार को तो क्या मेरी नफरत के भी काबिल नही था !!
हम तो चाहते हैं लोग हमसे नफरत करें क्योंकि मोहब्बत की लोग शिद्दत से नही करते !!
जब चाहा उसने अपना बनाया मुझे मन भरने पर उसने ठुकराया मुझे गुस्सा आता था सिर्फ उसके झूठे प्यार पर अब नफरत करना उसने सिखाया मुझे !!
क़त्ल तो लाजिम है इस बेवफा शहर मे जिसे देखो दिल मे नफरत लिये फिरता है !!
उसे प्यार का एहसास दिलाने के लिए मेरा सब कुछ खो गया पर नफरत तो सिर्फ दिखाई थी न जाने ब्रेकअप कैसे हो गया !!
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार से अगर मै तेरे ही अंदाज मे तुझसे बात करुं !!
इस टूटे दिल मे अब कभी कोई और नही होगा तुमसे नफ़रत के बाद अब कोई दिलदार नही होगा !!

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