यह एक प्रसिद्ध वेदिक सन्देश है, जिससे संस्कृत और हिंदू धर्म के अध्यात्म को समझा जाता है।
"अहं ब्रह्मास्मि" हिंदी में अर्थ है "मैं ब्रह्म हूँ"। यह एक संस्कृत स्वरूप है जो ब्रह्मांड के उत्सर्जन के समय उपयोग किया जाता है। यह धार्मिक संस्कृति के रूप में अधिक प्रचलित है।
"अहं ब्रह्मास्मि"
"अहं ब्रह्मास्मि" हिंदी में अर्थ है "मैं ब्रह्म हूँ"। यह एक संस्कृत श्लोक है जो ब्रह्माण्ड की स्वतंत्रता को प्रतीत करता है।
"अहं ब्रह्मास्मि" हिंदी में "मैं ब्रह्म हूँ" का मतलब होता है। यह सन्तों द्वारा कहा जाने वाला एक धार्मिक सुन्दरबन है। यह ब्रह्मा के समान होने के संकेत के रूप में समझा जा सकता है।