सही है कि रास्ते को ढूंढने के लिए स्वयं चलना होगा, क्योंकि यदि हम स्वयं चलते रहेंगे, तो हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का सुख और सफलता मिलेगा।
"ढूंढोगे अगर तो ही रास्ते मिलेंगे, मंजिलो की फितरत है खुद चलकर नहीं आती" "If you seek, you will find the way, the destination will not come to you on its own"यह कथन सत्य है कि अगर हम खोज करते हैं, तो हमें रास्ते मिलते हैं। मंजिल की फितरत खुद चलकर नहीं आती है, बल्कि परेशानी से लड़कर पहुँचा जाता है।
यह सच है कि अगर हम खुद को ढूंढते रहेंगे, तो हमें रास्ते मिलेंगे और मंजिलो की फितरत आती है खुद चलकर प्राप्त करने के लिए. सफलता के लिए संघर्ष करना और सफल होने के लिए परेशानी सहना पड़ता है।
हमें स्वयं को चलने की आवश्यकता होती है। मंजिल की प्राप्ति हमें स्वयं के कदम चलाने के लिए मजबूत करती है, संघर्ष करती है और हमें परेशानियों से सामना करने को सक्रिय करती है।
यह सच है कि रास्ते को ढूंढने के लिए सफल होने की जरूरत होती है, और स्वयं के पैरों पर चलने से मंजिल पायी जा सकती है। किसी को काम पर पहुंचने के लिए और किसी को अपने स्वयं के सपनों को पूर्ण करने के लिए मजबूत स्वयंप्रबंधन, संघर्ष, और सुरक्षा की जरूरत होती है।
सफलता के लिए सफल व्यक्ति खुद को चलाते रहते हैं। यदि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सफल होना चाहते हैं, तो आपको अपने स्वयं को चलाने की जरूरत होगी। यदि आप केवल रास्ते की प्रतिद्वन्द्व करते रहेंगे, तो आप केवल वही तक पहुँच सकते हैं जहां कुछ और आपको बताते हैं। किसी को कहते हैं कि आप कहीं जाना चाहते हैं, आपको उस तरह की सुविधा मिलती है, लेकिन अगर आप खुद को चलाते हैं, तो आप स्वतंत्रता और संपत्ति को प्राप्त करते हैं।
यह एक प्रेरणादायक कथन है कि रास्ते को ढूंढते हुए ही हम उन्हें मिल सकते हैं, और परेशानियों से संबंधित को चुनते हुए हम अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं। हमेशा खुद को प्रयत्न करना होगा क्योंकि आसमान से उठने के लिए उठने की ज़रूरत होती है।