Deedar Shayari Status Images In Hindi Urdu में मिलेगा दीदार शायरी से जुडी शानदार बेहतरीन, हसरत-ए-दीदार पर शायरी,दीदार-ए-यार पर शायरी, 2 Line Deedar Poetry Images जिसे आप Facebook-WhatsApp पर साझा भी कर सकते हैं।
Best Deedar Shayari in Hindi
दीदार की तलब हो तो नज़रें जमाए रखना घुंघट, पर्दा, नकाब जो भी हो सरकता जरूर है।
मरीज-ए-मोहब्बत हूं इक तेरा दीदार काफी है, हर एक दवा से बेहतर निगाहे-ए-यार काफी है।दीदार पर शायरी
साँस रूक जाये भले ही तेरा इन्तज़ार करते-करते, तेरे दीदार की आरज़ू हरगिज कम ना होगी।
सोने लगा हूँ तुझे ख्वाब में देखने कि हसरत ले कर, दुआ करना कोई जगा ना दे तेरे दीदार से पहले।Best Deedar Shayari In Hindi
कुछ लोग तो बस इसलिए अपने बने हैं अभी, कि कभी मेरी बर्बादियां हों तो दीदार 'करीब' से हो।
तेरी गलियों में आने जाने से दुश्मनी हो गयी ज़माने से, सोके दीदार दे रहा है सज़्जा मिलने आजा किसी बहाने से।
आप इधर आए उधर दीन और ईमान गए ईद का चाँद नज़र आया तो रमज़ान गए।
हम कुछ ऐसे तेरे दीदार में खो जाते हैं, जैसे बच्चे भरे बाज़ार में खो जाते हैं।Deedar Shayari in Hindi
तेरे ख्वाबों का भी है शौक़ तेरी यादों में भी है मज़ा, समझ नहीं आता सोकर तेरा दीदार करूँ या जाग कर तुम्हें याद।
जनाब के रुख़-ए-रौशन की दीद हो जाती तो हम सियाह-नसीबों की ईद हो जाती।Best Deedar Shayari in Hindi
जो चेहरे दिखते नहीं थे मोहल्ले में, भुकंप ने सबका दीदार करा दिया।
दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना, नकाब हो या नसीब सरकता जरूर है।
टूटें वो सर जिस में तेरी ज़ुल्फ़ का सौदा नहीं, फूटें वो आँखें कि जिन को दीद का लपका नहीं।
जरूरी तो नहीं है कि तुझे आँखों से ही देखूँ, तेरी याद का आना भी तेरे दीदार से कम नहीं।Best Deedar Shayari in Hindi
जो और कुछ हो तेरी दीद के सिवा मंज़ूर तो मुझ पे ख़्वाहिश-ए-जन्नत हराम हो जाए।
कि एक बार आज फिर खुदखुशी की हमने, कि तेरी गली से निकले और तेरा दीदार हो गया।Deedar Shayari
आज फिर तेरे दीदार की हसरत दिल ने रखी है, अगर वक्त मिले तो ख्वाबो में आ जाना।
कहते हैं ईद है आज अपनी भी ईद होती, हम को अगर मयस्सर जानाँ की दीद होती।
किसी और के दीदार के लिए उठती नही ये आँखे, बेईमान आँखो मे थोड़ी सी शराफ़त आज भी है।
सारी रात तड़पते रहेंगें हम आज, फिर तेरी तस्वीर का दीदार जो कर लिया।deedar par sher
दीदार की तलब हो तो नज़रे जमाये रख, क्युकि नकाब हो या नसीब सरकता जरुर है।
कुछ नज़र आता नहीं उस के तसव्वुर के सिवा, हसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया।deedar par shayari
किसी कीमत पे हो लेकिन एक बार तेरा दीदार हो जाये, फिर उसके बाद चाहे यह मेरी नजर बेकार हो जाये।
आईना कभी क़ाबिल-ए-दीदार न होवे गर ख़ाक के साथ उस को सरोकार न होवे।
दीदार की तलब हो तो नज़रें जमाए रखना घूंघट, पर्दा, नकाब जो भी हो सरकता जरूर है।
दीदार-ए-यार की खातिर जिन्दा हूँ वर्ना कौन जीता है इस दुनिया में तमाशा बन कर।Best Deedar Shayari
तुम अपने चाँद तारे कहकशाँ चाहे जिसे देना, मेरी आँखों पे अपनी दीद की इक शाम लिख देना।
सोने जा रहा हूँ तुझे ख्वाब में देखने कि हसरत ले कर, दुआ करना कोई जगा ना दे मुजे तेरे दीदार से पहले।Deedar Status & quotes In Hindi
तुम्हारा दीदार और वो भी आंखो में आंखे डालकर, सुनो ये कशिश कलम से बयान करना मेरे बस की बात नही।
जिद उसकी थी चाँद का दीदार करने की, होना क्या था मैने उसके सामने आईना रख दिया।
दिल बेचैन है साँसे थम सी गयी है, बिन दीदार तेरे शायरी भी जम सी गयी है।
न होती है मुलाकातें न ही दीदार होता है, नजर अंदाज़ करने का गज़ब अंदाज़ है उसका।दीदार शायरी
तलब ऐसी कि बसा लें अपनी साँसो में तुझे हम, और किस्मत ऐसी कि दीदार के भी मोहताज हैं हम।
दीदार की तलब के तरीक़ों से बे-ख़बर दीदार की तलब है तो पहले निगाह माँग।deedar shayari hindi
आँखो की नजर से नही हम दिल की नजर से प्यार करते है, आप दिखे या ना दिखे फिर भी हम आपका दीदार करते।
इन आँखों को जब तेरे चाँद जैसे चेहरे का दीदार हो जाता है, सच कहू वो दिन कोई सा भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है।
ना जाने कौन कौन से विटामिन और प्रोटीन हैं तुझ में? जब तक तेरा दीदार न कर लूँ तब तक बैचेनी रहती।
तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है, तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है।Best Deedar Shayari in Hindi
लाजिमी नहीं की आपको आँखों से ही देखुं। आपको सोचना आपके दीदार से कम नहीं।
घूंघट की आड़ से दिलबर का दीदार अधूरा रहता है, जब तक ना पड़े आशिक की नजर शृंगार अधूरा रहता है।दीदार पर शायरी
गयी थी मंदिर उनका दीदार हो गया पहले सावन का पहला सोमवार हो गया।
एक मुस्कान तू मुझे एक बार दे दे, ख्वाब में ही सही एक दीदार दे दे।
मेरी आँखें और दीदार आप का या क़यामत आ गई या ख़्वाब है।
बस एक बार कर लें तू आने का वादा, फिर उम्र भर का चाहे इंतजार दे दे।Deedar Sher
क्या ख़ूब होगा जिस दिन तेरा दीदार होगा, एक दीवाने के लिए इससे बड़ा क्या उपहार होगा।
ना शौक दीदार का ना फिक्र जुदाई की, बड़े खुश नसीब है वो लोग जो मोहब्बत नही करते।Latest Deedar Sher collections
दिल ने आज फिर तेरे दीदार की ख्वाहिश रखी है, अगर फुरसत मिले तो ख्वाबों मे आ जाना।
बादशाह थे हम अपनी मिजाज-ए मस्ती के, इश्क़ ने तेरे दीदार का फ़क़ीर बना दिया।
प्यार चाहिये मुझे जीने के लिये मुझ को हर घड़ी दीदार चाहिये तुम्हारा प्यार चाहिये मुझे जीने के लिये।
कुछ नज़र आता नहीं उस के तसव्वुर के सिवा, हसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया।दीदार पर शायरी
सनम ऐ दिल तेरी सांसे मोहताज है तेरी, अपना दीदार उधार दे दे।
हमने अपनी आँखों पे काला चश्मा चढ़ा रखा है, कहीं कोई मेरी आँखों में उनका दीदार न कर ले।Best Deedar Shayari In Hindi
तेरी दीदार की आस में आते हैं तेरी ग्रुप में, वरना सारा Facebook पडा है पोस्ट के लिए।
आफ़रीं तुझ को हसरत-ए-दीदार चश्म-ए-तर से ज़बाँ का काम लिया।
'दर्द' के मिलने से ऐ यार बुरा क्यूँ माना, उस को कुछ और सिवा दीद के मंज़ूर न था।
काश हमारी जिन्दगी में भी वो खूबसूरत पल आ जाए कि मेरी पोस्ट पर राधे राधे लिखें और आपको राधा रानी का दीदार हो जाए।Deedar Shayari Collection
दीदार तुम्हारे हसीं चेहरे का हम हर-पल करने लगे है, इजहार ए मुहब्बत करने से अब कितना डरने लगे हैं।
खाली पलकों में इक अक्श तुम्हारा हम भरने लगे है, तुम्हारी मासूम चाहतों के वास्ते जीते जी मरनें लगे हैं।
दीदार महबूब का जो निगाहों ने कर ली, धड़कनो को सम्भालना मुश्किल हो गया।
अब और देर न कर हश्र बरपा करने में मेरी नज़र तेरे दीदार को तरसती है।दीदार पर शायरी
कितनी भी हल्दी चन्दन केसर लगा लो, दीदार ए यार के बिना निखार आता ही नहीं।
तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की, ना जाने देखते देखते कब तुम लत बन गए।
तेरे दीदार की तलाश में आते है तेरी गलियों में, वरना आवारगी के लिए पूरा शहर पड़ा है दोस्तों।
तुम्हारा दीदार और वो भी आँखों में आँखें डालकर, ये कशिश कलम से बयाँ करना भी मेरे बस की बात नही।दीदार पर बेहतरीन शेर
इलाही क्या खुले दीदार की राह उधर दरवाज़े बंद आँखें इधर बंद।
तेरी बेवफाई पर इतना ही कहूँगी हमसफर मैं खुद को इस काबिल बनाऊंगी की तेरी आँखे मेरे दीदार को तरसेगी।दीदार पर शायरी
जन्नत का हर लम्हा दीदार किया था, माँ तूने गोद मे उठा कर जब प्यार किया था।
आपका अभी भी हम दीदार करते हैं, आपसे अभी भी हम प्यार करते हैं।दीदार पर ख़ूबसूरत शेर
जरूरी नही है कि मोहब्बत में रोज दीदार हो, बातें हो, खामोशी से एक दूसरे की पोस्ट पढ़ना भी मोहब्बत है।
क्यूँ जल गया न ताब-ए-रुख़-ए-यार देख कर, जलता हूँ अपनी ताक़त-ए-दीदार देख कर।दीदार पर बेहतरीन शेर
तेरी याद से ही महक जाती है दुनिया मेरी, ना जाने तेरे दीदार पे क्या आलम होगा मेरा।
बड़ी मुद्दत के बाद आई हो नज़रों के सामने, बहुत कश्मकश में हूँ नज़रें उठा कर दीदार करूँ, या सिर को झुका कर तेरा सजदा करूँ।
मुझको फिर वही सुहाना नज़ारा मिल गया, नज़रों को जो दीदार तुम्हारा मिल गया और किसी चीज़ की तमन्ना क्यों करू, जब मिझे तेरी बाहों में सहारा मिल गया।
आखों की सजा तब तक है जब तक दीदार ना हो दिल की सजा तब तक है जब तक प्यार ना हो ये जिंदगी भी एक सजा है जब तक आप जैसा यार ना हो।दीदार पर शायरी
जिस दिन सपनो में उनका दीदार हो जाता है, उस रात सोना दुश्वार हो जाता है, मरता हे कोई हम पर भी, ये सोच कर अपने आप से प्यार हो जाता है।
तेरे दीदार का नशा भी अजीब है, बैरण तू ना दिखे तो दिल तड़पता है, और तू दिखे तो दिल धड़कता है।
दीदार पर ख़ूबसूरत शेर
तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं, तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं, तू एक नज़र हम को देख ले बस, इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।
चांद सा मुखडा देख तुम्हारा अब यह सारी दुनिया भूले हैं, जब से दीदार हुआ तुम्हारा खुशी के मारे हम नहीं फूले है। इक बिन तुम्हारे सूने सूने लगते सावन के हर इक झूले हैं, बिसरा के खुद को यूं तुम्हारे भीतर लहू बनके हम घूले हैं।दीदार पर बेहतरीन शेर
तरस गये आपके दीदार को, दिल फिर भी आपका इंतज़ार करता है, हमसे अच्छा तो आपके घर का आईना है, जो हर रोज़ आपका दीदार करता है।
कोई तो जलवा खुदा के वास्ते, दीदार के काबिल दिखाई दे, संगदिल तो मिल चुके हैं हजारों, कोई अहल-ए-दिल तो दिखाई।
वो इंकार करते हैं इकरार के लिए, नफरत करते हैं प्यार के लिए, उल्टे चलते हैं ये प्यार करने वाले, आँखें बंद करते हैं वो दीदार के लिए।
न तस्वीर है आपकी जो दीदार किया जाये, न आप पास हो, जो इश्क किया जाये ये कैसा दर्द दिया है, न कुछ कहा जाये न कुछ सुना जाये।दीदार पर ख़ूबसूरत शेर
किसी मोड़ पर तेरा दीदार हो जाये, काश तुझे मुझ पर ऐतबार हो जाये, तेरी पलकें झुके और इकरार हो जाये, काश तुझे भी मुझसे प्यार हो जाये।
आज भी मुझको तेरा हसरत-ए-दीदार है, आज भी मेरी नजर को तेरा इंतजार है. जोड़ती रहती हूँ तेरी चाहतों की कड़ियाँ, आज भी मुझको तमन्ना तेरी बार बार है।
अब दिल ये चाहे.. हर घड़ी, मुझको तेरा दीदार हो.., तुम जिंदगी हो तुम बंदगी हो, और ज्यादा क्या कहूँ।
उनका भी कभी हम दीदार करते है, उनसे भी कभी हम प्यार करते है, क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी, पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है।
हाथों से ना छिपा होठों को जालिम, हँसी बड़ी हसीन है तेरी, दीदार तो बनता है।
तेरे दीदार का नशा भी अजीब हैं, तू ना दिखे तो दिल तडपता हैं, और तू दिखे हैं तो नशा और चढता हैं।
मरीज़-ए-मोहब्बत हूं, इक तेरा दीदार काफी है, हर एक दवा से बेहतर, निगाहे-ए-यार काफी है।
नज़र चाहती है दीदार करना, दिल चाहता है प्यार करना, क्या बताएं इस दिल का आलम, नसीब मैं लिखा है इंतज़ार करना।