आईये अपने फुरसत के पलों में बैठ कर "Fursat Poetry" की इस पोस्ट की शुरुआत करते हैं और पढ़ते हैं शानदार फुर्सत पे बनी शायरियों के इस लाज़वाब कलेक्शन को। और अपनी पुरानी यादों को दी गयी शायरियों के शब्दों में तलासते हैं, और अपने दोस्तों को अपनी पसंद की शायरी को फेसबुक वाट्सऐप, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर चित्रों के साथ साझा करते हैं।
2 Line Fursat Shayari
बड़ी फुर्सत से कमरे की तन्हाईयों में बैठे रहते हैं, पता हैं क्यू? तुम्हे याद करने के लिए।
खत्म कर दी थी जिन्दगी की हर खुशियाँ तुम पर, कभी फुर्सत मिले तो सोचना मोहब्बत किस ने की थी।2 Line Fursat Shayari In Hindi
मंजिल पे पहुँचकर लिखूंगा मैं इन रास्तों की मुश्किलों, का जिक्र अभी तो बस आगे बढ़ने से ही फुरसत नही।
हमें फुरसत नहीं मिलती कभी आंसू बहाने से कई ग़म पास आ बैठे तेरे एक दूर जाने से।Fursat Shayari Images In Hindi
जब हो थोड़ी फुरसत तो अपने मन की बात हमसे कह लेना, बहुत खामोश रिश्ते कभी जिंदा नहीं रहते।
मुझे तेरे सिवा कुछ सोचने की फुरसत नहीं, और तुम कहते हो में तुम्हें भूल जाऊँ।"Fursat Status in Hindi" Fursat Shayari Images
गुज़र गया आज का दिन पहले की तरह, ना हम को फुर्सत मिली ना उनको ख्याल आया।"Fursat Poetry In Urdu"
तेरे पास भी कम नहीं मेरे पास भी बहुत हैं, ये परेशानियाँ आजकल फुर्सत में बहुत हैं।
तुम्हे गेरौ से कब फुरसत, हम अपने ग़म से कब खाली चलो बहुत हो गया मिलना, ना तुम खाली ना हम खाली।"Fursat Shayari Status Images In Hindi"
तुम ताल्लुक तोड़ने का जिक्र किसी से भी ना करना, हम लोगों से कह देंगे कि उन्हें फुर्सत नहीं मिलती।"Fursat Status"
मोहब्बत करने से फुरसत नहीं मिली यारो, वरना हम करके बताते नफरत किसको कहते है।
कभी मिले तुम्हे फुर्सत तो इतना जरुर बताना, वो कौन सी? मोहब्बत थी हम तुम्हे दे ना सके।"Fursat Poetry in Hindi" Fursat Poetry Images
फुरसत मिले तो चाँद से मेरे दर्द की कहानी पुछ लेना, एक वही तो है हमराज मेरा तेरे सो जाने के बाद।
तुम्हें जब कभी मिले फ़ुरसतें मेरे दिल से बोझ उतार दो, मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो।बेहतरीन फुरसत शायरी फेसबुक वाट्सऐप
फुर्सत अगर मिलें तो मुझे पढ़ना जरूर, मैं तेरी उलझनों का मुकम्मल जवाब हूँ।Fursat Poetry in Hindi
मसरुफ रहने का अंदाज आपको तन्हा ना कर दे, रिश्ते फुरसत के नही, तवज्जो के मोहताज़ होते हैं।"फुर्सत शायरी in Urdu"
कमाल करता है ऐ दिल तू भी, उसे फुरसत नहीं और तुझे चैन नहीं।
फुर्सत में ही याद कर लिया करो हमें, दो पल मांगते है पूरी जिंदगी तो नहीं।
उनको तो फुरसत नहीं, दीवारो तुम ही बात कर लो मुझसे।
काश तुझे कभी फुरसत में ये खयाल आ जाए, की कोई याद करता है तुम्हें जिन्दगी समझकर।फुरसत शायरी फेसबुक
तमाम लोगों का हाल जाना तमाम लोगों से बात की, कभी फुर्सत ही न मिल सकी खुद से मुलाकात की।
तेज रफ़्तार ज़माने में फुरसत में बड़े हैं लोग, मेरी बातें करते हुए चौराहों पर खड़े हैं लोग।म
िल जाए उलझनों से फुर्सत तो जरा सोचना, क्या सिर्फ फुरसतों मे याद करने तक का रिश्ता है हमसे।
उन्हें फुर्सत नहीं हमारे लिए, चलो दीवारों से बात करते हैं।
तुम्हे फुर्सत नहीं अपनी महफ़िल से और हम तुम्हे हर-पल याद करते हैं।
खुदा ने बड़ी फुर्सत से बनाया हैं तुम्हे तभी तो आज तक कोई तुमसा नहीं देखा।"Fursat Status" Fursat Status
आज सुबह से ही हिचकिया आ रही हैं लगता हैं आज उन्हें फुर्सत मिल ही गयी मुझे याद करने की।"Fursat Poetry in Hindi" Fursat Shayari
लगता हैं उन्हें अब फुर्सत नहीं मिलती मुझे याद करने की तभी तो अब हिचकिया आती नहीं।
चलो छत से ही सही, मेरे जनाजे को देखने की फुर्सत तो उन्हें मिली।4 Line Fursat Shayari
मुझे दिल से भुलाने वाले कभी फुर्सत से बैठना फिर सोचना मेरा कसूर क्या था?
बड़ी फुर्सत से बैठे हैं आज तेरी यादों के ख़ज़ाने को लेकर, इन्हे देख कर ऑंखें छलक आयी तो मैं क्या करू?।"Fursat Poetry"
बड़ी फुर्सत में रहती हो तुम, चली आती हो दिन-रात यादो में।"फुर्सत शायरी 2 लाइन"
दिल ने आज फिर तेरे दीदार की ख्वाहिश रखी है, अगर फुरसत मिले तो ख्वाबों मे आ जाना।
अधूरे मिलन की आस हैं जिंदगी, सुख-दुःख का एहसास हैं जिंदगी, फुरसत मिले तो ख्वाबो में आया करो, तुम्हारे बिना बड़ी उदास हैं जिंदगी।"फुरसत शायरी 4 लाइन"
खुद से मिलने की भी फुरसत नहीं है अब मुझे, और वो औरो से मिलने का इल्ज़ाम लगा रहे है।Fursat Poetry in Hindi
अभी मसरूफ हूँ काफी कभी फुर्सत में सोचूंगा, कि तुझको याद रखने में मैं क्या-क्या भूल जाता हूँ।
ये जो चंद फुर्सत के लम्हे मिलते हैं जीने के लिए, मैं उन्हें भी तुम्हे सोचते हुए ही खर्च कर देता हूँ।"Fursat Shayari"
पतझड़ को भी तू फुर्सत से देखा कर ऐ दिल, बिखरे हुए हर पत्ते की अपनी अलग कहानी है।
नहीं फुर्सत यक़ीन मानो हमें कुछ और करने की, तेरी यादें, तेरी बातें, बहुत मशरूफ रखती हैं।
काश उनको कभी फुर्सत में ये ख्याल आए, कि कोई याद करता है उन्हें जिन्दगी समझ कर।Fursat Par Shayari Images
हजूम ए दोस्तों से जब कभी फुर्सत मिले, अगर समझो मुनासिब तो हमें भी याद कर लेना।"फुर्सत शायरी in Urdu"
फुर्सत मिले तो उन का हाल भी पूछ लिया करो, जिन के सीने में दिल की जगह तुम धड़कते हों।
फुर्सत मिले तो कभी हमें भी याद कर लेना फ़राज़, बड़ी पुर रौनक होती हैं यादें हम फकीरों की।
मंहगीं तो फुर्सत है जनाब सुकुन तो आज भी सस्ता है, चाय की प्याली में भी मिल जाता है।
फुर्सत निकाल कर आओ कभी मेरी महफ़िल में, लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में।
काश उसको भी कभी फुर्सत मे ये ख्याल आ जाये कि, कोई याद करता है उसे जिन्दगी समझकर।
जो फुर्सत मिले तो मुड़कर देख लेना, मुझे एक दफ़ा।
फुर्सत मिले तो उनका भी हाल पूछ लिया करो, जिनके सीने में दिल की जगह तुम धड़कते हो।
फुर्सत मिले तो आना कभी दिल की गलियों तक हम धड़कनों में अपनी तुम्हारा नाम सुनाएंगे।
खत्म कर दी थी जिंदगी की हर खुशियां तुम पर, कभी फुर्सत मिले तो सोचना मोहब्बत किसने की थी? तुम एकलौते वारिस हो मेरे सारे प्यार के।
सब कुछ मिला सुकून की दौलत नहीं मिली, एक तुझको भूल जाने की मौहलत नहीं मिली, करने को बहुत काम थे अपने लिए मगर, हमको तेरे ख्याल से कभी फुर्सत नहीं मिली।
जमाना ख़राब कर रही हैं ये बेटियां नवाब की, ना सर पे लाज का दुपट्टा ना फुर्सत है हिजाब की।