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Best 100+ Kashti Shayari Status Images In Hindi and Urdu कश्ती शायरी स्टेटस का बेहतरीन कलेक्शन

Kashti Shayari Status Images In Hindi Urdu में मिलेगा कश्ती शायरी से जुडी शानदार बेहतरीन, 2 Line Kashti Poetry Images जिसे आप Facebook-WhatsApp पर साझा भी कर सकते हैं। Kashti Shayari Status Images In Hindi For FB-WhatsApp
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खबर ना थी इश्क की ये कश्ती टूटी है बस तेरे यकीं पर चल पड़े है अब तू डुबो दे या किनारा लगा दे।
अश्को के समन्दर में दिल डूब जाएगा कश्ती को साहिल तक अब कौन पोहोंचायेगा।
हमे तो अपनों ने लूटा गैरों में कहाँ दम था, हमारी कश्ती भी वहा डूबी जहाँ पानी कम था।
Kashti Shayari
अच्छा यक़ीं नहीं है तो कश्ती डुबा के देख, इक तू ही नाख़ुदा नहीं ज़ालिम ख़ुदा भी है।
जिसके संग सफर तय करने कि आरजू थी मुझे वो नाविक महज़ कागज़ की कश्ती पर सवार था।
हम भी हैं शायद किसी भटकी हुई कश्ती के लोग, चीखने लगते हैं ख़्वाबों में जज़ीरा देख कर।
"Kashti Shayari For Facebook"
उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म ओ सितम हाए क्या करूँ, कश्ती मेरी डुबोई है साहिल के आस-पास।
डुबो दे अपनी कश्ती को, किनारा ढूँढने वाले ये दरिया-ए-मोहब्बत है, यहाँ साहिल नहीं मिलता।
शजर कि आंख से कश्ती निकालने वाले, कहा गए वो समन्दर खंगालने वाले।
इसे तूफ़ान ही किनारे से लगा सकता है, मेरी कश्ती किसी पतवार की मोहताज नहीं।
Kashti Shayari For Facebook
ख़बर तो कागज़ों की कश्तियाँ दे जाएँगी मुझको ये लहरें ही तुम्हारी चिठ्ठियाँ दे जाएँगी मुझको।
नहीं आता किसी पर दिल हमारा वही कश्ती वही साहिल हमारा।
ऐसा नहीं की राह में रहमत नहीं रही, पैरो को तेरे चलने की आदत नहीं रही, कश्ती है तो किनारा नहीं है दूर, अगर तेरे इरादों में बुलंदी बनी रही।
"2 Line Kashti Shayari"
कश्ती-ए-एतबार तोड़ के देख, कि ख़ुदा भी है ना-ख़ुदा ही नहीं।
मेरी यादों की कश्ती उस समंदर में तैरती हैं, जिस में पानी मेरी अपनी पलकों का ही होता है।
ज़िंदगी मैं भी मुसाफ़िर हूँ तेरी कश्ती का, तू जहाँ मुझसे कहेगी मैं उतर जाऊँगा।
2 Line Kashti Shayari "कागज की कश्ती पर शायरी"
आँखों में रहा दिल में उतरकर नहीं देखा, कश्ती के मुसाफ़िर ने समन्दर नहीं देखा।
आँखो मे आँखे डाल पढने की कोशिश की, यूँ डूबा ले कश्ती कि फ़िर किनारा न मिला।
कश्ती न बदली दरिया न बदला, डूबने वालों का जज़्बा भी न बदला।
Kashti Shayari In Hindi
मैं अपनी मौत से ख़ल्वत में मिलना चाहता हूँ सो मेरी नाव में बस मैं हूँ नाख़ुदा नहीं है।
कश्ती चला रहा है मगर किस अदा के साथ, हम भी न डूब जाएँ कहीं ना-ख़ुदा के साथ।
मैं कश्ती में अकेला तो नहीं हूँ, मेरे हमराह दरिया जा रहा है।
"Kashti Shayari In Hindi"
सरक ऐ मौज सलामत तो रह-ए-साहिल ले, तुझ को क्या काम जो कश्ती मेरी तूफ़ान में है।
हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा मैं ही कश्ती हूँ मुझी में है समुंदर मेरा।
काग़ज़ की कश्ती थी पानी का किनारा था, खेलने की मस्ती थी ये दिल अवारा था, कहाँ आ गए इस समझदारी के दल दल में, वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था।
Best Kashti Status In Hindi For WhatsApp
कश्ती मेरी बेताब थी डूब जाने को समन्दर कहीं कोई गहरा मिला नहीं।
दरिया के तलातुम से तो बच सकती है कश्ती, कश्ती में तलातुम हो तो साहिल न मिलेगा।
कश्ती मोहब्बत की वो पतवार दुर ले जाकर बैठा है, हम परिदें मोहब्बत के किनारे पर है वो बीच सागर मे बैठा है।
Kashti Shayari Images
यही अन्दाज़ है मेरा समन्दर फतह करने का, मेरी काग़ज़ की कश्ती में कई जुगनू भी होते हैं।
डूबे कि रहे कश्ती दरिया-ए-मोहब्बत में, तूफ़ान ओ तलातुम पर हम ग़ौर नहीं करते।
तूफ़ान कर रहा था मेरे अज्म(साहस) का तवाफ, दुनिया समझ रही थी मेरी कश्ती भंवर में है।
"Kashti Shayari Images"
टूटी है कश्ती, तेज है धारा, कभी ना कभी तो मिलेगा किनारा।
सभी को ग़म है समुंदर के ख़ुश्क होने का कि खेल ख़त्म हुआ कश्तियाँ डुबोने का।
कभी मेरी तलब कच्चे घड़े पर पार उतरती है, कभी महफ़ूज़ कश्ती में सफ़र करने से डरता हूँ।
Kashti Shayari With Images
कौन सी कश्ती में बैठें तेरे बंदे मौला अब जो दुनिया कोई सैलाब उठाकर ले आए।
मोहब्बत एक कश्ती मुख़्तसर सी, तमन्नाओं का दरिया बे-कराँ है बकुल देव।
जो लगेगी कश्ती-ए-दिल साहिल-ए-उम्मीद पर, दीदा-ए-तर से अगर दरिया रवाँ हो जाएगा।
"Kashti Shayari In Urdu"
ना साहिल, ना दरिया, ना कश्ती से प्यार हैँ मुझे, वो लहर अभी तक नहीँ आई जिसका इंतजार हैँ मुझे।
कश्तियाँ डूब रही हैं कोई साहिल लाओ, अपनी आँखें मिरी आँखों के मुक़ाबिल लाओ।
कागज़ी ये कश्तियाँ डूबे न देखो बचपना इन पर सवारी कर दिखे है।
Kashti Shayari In Urdu
साहिल पे लौट आयी हैं अब ये खाली कश्ती मुसाफ़िर मंज़िल की तलाश में तह तक़ गया होगा।
आता है जो तूफ़ाँ आने दे कश्ती का ख़ुदा ख़ुद हाफ़िज़ है मुमकिन है कि उठती लहरों में बहता हुआ साहिल आ जाए।
कश्ती शायरी स्टेटस
समंदर हो गयी है, मेरी नज़र तेरे लिये, मेरी कश्ती का तू साहिल नहीं हुयी अब तक।
"Shayari on Kashti"
हरेक कश्ती का अपना तज़ुर्बा होता है दरिया में, सफर में रोज़ ही मंझदार हो ऐसा नहीं होता।
कश्तियाँ सब कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं, ना-ख़ुदा जिन का नहीं उन का ख़ुदा होता है।
अगर ऐ नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है, इधर कश्ती न ले आना यहाँ पानी बहुत कम है।
Shayari on Kashti
कैफ-ए-ख़ुदी ने मौज को कश्ती बना दिया, होश-ए-ख़ुदा है अब न गम-ए-नाख़ुदा मुझे।
सब हवाएं ले गया मेरे समंदर की कोई और मुझ को एक कश्ती बादबानी दे गया।
तू बादल अगर है तो बूँद मैं बनूँ चलूँ तुझसे दूर तो तुझमें ही मिलूँ, है सागर अगर तू नदी मैं ना बनूँ बनूँ वो कश्ती कि डूबूँ तो तुझमें ही रहूँ।
"Kashti Status For WhatsApp"
में अपना फ़साना कह ना सका दिल की तमन्ना दिल में रही। लो आज किनारे पर आ कर मेरे अरमोनों की कश्ती डूब गयी।
यादो की कश्ती के सहारे पार कर लेंगे जिदंगी का समंदर, शर्त बस इतनी कि उस पार तुम मिलो।
"कागज की कश्ती शायरी"
सच की राह चला मुसाफिर मंजिल से कभी दूर नहीं होता, और झूठ की कश्ती कभी साहिल तक नहीं पहुँचती।
Kashti Status For WhatsApp
तुम्हारी याद का दरिया और तन्हा दिल की कश्ती, दूर फलक तक बस यादें ही यादें, न कोई जमीन न बस्ती।
डूबने का डर गर मुझे हो तो कैसे हो? मै तेरा, कश्ती तेरी, साहिल तेरा और दरिया तेरा।
समंदर क्या सम्हालेगा कागज की कश्ती उसके अंदर के तूफान उसे चैन से रहने नही देते।
"Kashti Status"
िसी तूफ़ान की साज़िश से मेरा कुछ न बिगड़ेगा, के अब कश्ती पे नहीं ख़ुद पे भरोसा कर रहा हूँ मैं।
मोहब्बत की कश्ती में सोच समझ कर सवार होना मेरे दोस्त, जब ये चलती है तो किनारा नहीं मिलता, और जब डूबती है तो सहारा नही मिलता।
रहा गर्दिशों में हरदम, मेरे इश्क का सितारा कभी डगमगाई कश्ती, कभी खो गया किनारा।
"Kashti Status In Hindi"
उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म ओ सितम हाए क्या करूँ कश्ती मिरी डुबोई है साहिल के आस-पास।
तूने कहा ना था की मै कश्ती पे बोझ हु आँखों को अब न ढाप मुझे डूबते भी देख।
चले मल्लाह कश्ती गीत उम्मीदें कि जैसे सब को साहिल ने बुलाया था।
"Kashti Status In Hindi"
जिंदगी की कश्ती को किनारा मिल जाये जैसे डूबते को तिनक़े का सहारा मिल जाये।
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है माँ दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती है।
यही अन्दाज़ है मेरा, समन्दर फतह करने का मेरी काग़ज़ की कश्ती में, कई जुगनू भी होते हैं।
Kashti Poetry
मुझे मौत देकर नयी बात कर दी, मेरी कश्ती थी कागज की तूने बरसात कर दी।
चल सफर शुरू करे नए साल की कश्ती भी है होंसला भी है डर नहीं ज़रा भी तूफ़ान का दोस्त भी है भरोसा भी है।
कश्ती पर आँच आ जाये तो हाथ कलम करवा देना लाओ मुझे पतवारें दे दो मेरी ज़िम्मेदारी है।
"Kashti Poetry" Kashti Poetry In Hindi
न बनाओ अपने सफ़र को किसी कश्ती का मोहताज़, चलो इस शान से कि तूफ़ान भी झुक जाए।
क्या खबर है किस किनारे इस सफ़र की शाम हो कश्ती -ए-उम्र-ए-रवाँ में बादबाँ कोई नहीं।
नादान तमन्ना रेती में, उम्मीद की कश्ती कहती हैं, इक हाथ से देती हैं दुनियाँ, सौ हाथों से ले लेती हैं।
Kashti Shayari Images In Hindi
तूफ़ानों को कहो अपनी औकात में रहे, उन्होंने सिर्फ कश्ती देखी है हौंसले नही।
डूबे हुओं को हमने बिठाया था अपनी कश्ती में यारो, और फिर कश्ती का बोझ कहकर हमे ही उतारा गया।
बहल तो जायेगा मेरा दिल उसके वादों से लेकिन, चलेगी पानी में कागज़ की कश्ती कब तक।
"Kashti Poetry"
वो मायूसी के लम्होँ मेँ ज़रा भी हौँसला देते तो. हम काग़ज़ की कश्ती पे समंदर मेँ उतर जाते।
सीने में उठके हैं अरमान जैसे दरिया में आते हैं, तूफान जैसे कभी कभी खुद ही माझी कश्ती को डुबोता है।
समुंदर की तुझ को दुआ है कि अब तू किनारे पे कश्ती डुबोया करेगा।
"Kashti Poetry In Hindi"
झील पतवार वापस न देगी कभी अपनी कश्ती अब अपने सहारे उठा।
साहिल पे कश्ती पहुँच जाती है चलने से हर राह तय हो जाती है कोशिश जो खुद ही किया करते है ज़िन्दगी में उनके सुबह आती है।
कश्ती को कश्ती कह देना मुमकिन था आसान न था दरियाओं की ख़ाक उड़ाई मल्लाहों से यारी की।
दरिया के कश्ती थे जो सागर तक जा न सके, तुमसे मिलना मुक़द्दर था और बिछड़ना क़िस्मत इसलिए शिक़ायत कभी होंठों तक ला न सके।

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