Zulf Par Shayari In Hindi की पोस्ट में पढेंगे मासूका की खुबसूरत जुल्फों पर शायरी स्टेटस और कोट्स चित्रों के साथ जिसे आप फेसबुक, वाट्सऐप और इंस्टाग्राम पर साझा भी कर सकते हैं।
Zulf Shayari In Hindi For WhatsApp & FB
कोई हवा का झोंका जब तेरी जुल्फों को बिखराता है, कसम खुदा की तू बड़ा ही कातिल नजर आता है।
पूछा जो उनसे चाँद निकलता है किस तरह, ज़ुल्फ़ों को रूख पे डाल के झटका दिया कि यूँ।Top-Zulf-Par-Shayari-In-Hindi
तेरी जुल्फों की ज़ंजीर मिल जाती तो अच्छा था, तेरे लबों की वो लकीर मिल जाती तो अच्छा था।
तेरी जुल्फों के बिखरने का सबब है कोई, आँख कहती है तेरे दिल में तलब है कोई।
जब भी मुँह ढँक लेता हूँ तेरी जुल्फों की छाँव में, जाने कितने गीत उतर आते हैं मेरे मन के गाँव में।
मेरी उंगलियाँ फिर तेरी जुल्फों से गुज़र जायें, जब तू पलकें झुकाकर फिर मेरी ज़िन्दगी में चली आये।Best Zulf Shayari In Urdu
फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी, ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी।
बिजलियों ने सीख ली उनके तबस्सुम की अदा, रंग ज़ुल्फ़ों की चुरा लाई घटा बरसात की।
सर-ए-आम यूँ ही जुल्फ संवारा न कीजिये, बे-मौत हमको हुस्न से मारा न कीजिये।
जुल्फ खुली रखती हु मै, दिल बाँधने के लिए।"Zulf Shayari"
खुदखुशी करने से मुझे कोई परहेज नही है, बस शत॔ इतनी है कि फंदा तेरी जुल्फों का हो।
रूठ कर तेरी जुल्फों से चाँद भी सहम गया, दागदार तो था ही बादलों में भी छिप गया।
यूँ मिलकर सनम तुमसे रोने को जी चाहता है, तेरी जुल्फों के साए में सोने को जी चाहता है।
तुझे देखेंगे सितारे तो ज़िया मांगेंगे, प्यासे तेरी जुल्फों से घटा मांगेंगे।"Zulf Shayari For Facebook"
तेरी आगोश में आके मैं दुनिया भूल जाता हूँ, तेरी जुल्फों के साये में सुकूँ की नींद पाता हूँ।बेहतरीन मासूका के जुल्फों पर शायरियों का विशाल संग्रह
आंसमा पे सरकता चाँद और कुछ रातें थी सुहानी, तेरी जुल्फों से गुजरती हुई उंगलियाँ और तेरी साँसे थी जैसे मीठा पानी।
हर खुशी माना है सनम तेरी जुल्फों के साये में है, वो मज़ा मगर है कहाँ जो दिल के लुट जाने में।
तेरी जुल्फों से नज़र मुझसे हटाई न गई, नम आँखों से पलक मुझसे गिराई न गई।"Zulf Shayari"
बडे गुस्ताख हैं झुक कर तेरा चेहरा चूम लेते हैं, तुमने भी जानम जालिम ज़ुल्फ़ों को सर चढा रखा है।
तेरी ज़ुल्फ़ क्या संवारी मेरी किस्मत निखर गयी, उलझने तमाम मेरी दो लट में संवर गयी।
यह ज़ुल्फ़ अगर खुल के बिखर जाये तो अच्छा है इस रात की तक़दीर सँवर जाये तो अच्छा है जिस तरह से थोड़ी सी ज़िन्दगी तेरे साथ कटी है बाकी भी उसी तरह गुज़र जाये तो अच्छा है वैसे तो तुम्ही ने मुझे बर्बाद किया है इल्ज़ाम किसी और के सिर जाये तो अच्छा है। ज़ुल्फ़ हिंदी शायरी
चेहरे पे मेरे ज़ुल्फ़ को फैलाओ किसी दिन, क्यों रोज़ गरजते हो बरस जाओ किसी दिन।
तेरे जुल्फों के अंधियारे में अपना शहर भूल आया, मैं वही शख्स हूँ जो तेरे दिल में अपना घर भूल आया।Shayari On Hair
तुम्हारी ज़ुल्फ़ों के साये में शाम कर लूंगा, सफर इस उम्र का पल में तमाम कर लूंगा।
जूल्फों से यूँ चेहरे को छुपाते क्यूँ हो, शर्माते हो तो सामने आते क्यूँ हो, कर लो मेरी तरह इकरार तुम भी अब, प्यार करते हो तो छुपाते क्यूँ हो।Zulfein Shayari in Hindi
कल मिला जो वक्त तो जुल्फें तेरी सुलझाऊंगा, आज उलझा हूँ जरा मैं वक्त के सुलझाने में।
लिपट के तेरी जुल्फों में बादलों में खो जाना, फिर से तेरी आंखों में डूब के पार हो जाना।Zulf Status For Facebook & WhatsApp
बिखरने दे तेरी खुशबू महक जाने दे फिजाओं को, खुलके बिखरने दे जुल्फों को बरस जाने दे घटाओं को।बेहतरीन मासूका के जुल्फों पर शायरियों का विशाल संग्रह
तेरे रूखसार पर बिखरी जुल्फों की घटा, मैं क्या कहूँ ऐ चाँद हाय तेरी हर अदा।
ये उड़ी उड़ी सी रंगत ये लुटी लुटी सी जु़ल्फ़ें, तेरी हालत बता रही है ज़िंदगी का फ़साना।
तुम्हारी जुल्फ के साये में शाम कर लूँगा, सफ़र इस उम्र का पल में तमाम कर लूँगा, नज़र मिलाई तो पूछूंगा इश्क का अंजाम, नज़र झुकाई तो खाली सलाम कर लूँगा।Beautiful Zulf Shayari In Hindi
लहराती ज़ुल्फें कजरारे नयन और ये रसीले होंठ, बस कत्ल बाकी है औज़ार तो सब पूरे हैं।
बड़ी बेअदब हैं जुल्फें आपकी हर वो हिस्सा चूमती हैं जो ख्वाहिश है मेरी।
ज़ुल्फ़ ए सरकार से जब चेहरा निकलता होगा, फिर भला कैसे कोई चाँद को तकता होगा।
पहले जुल्फ, फिर होठ, फिर दिल पे हावी तेरे नैन हो गये, तुने चार दफा Dp बदली हम चार दफा तेरे फैन हो गये।Bikhari Zulf Par Shayari
रेशमी जुल्फें हैं तेरी मखमली है चेहरा तेरा, हो जाऊं तुम्हारा या बना लूं तुम्हें अपना।
पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे, वो जुल्फें ना संभाल सके और हम खुद को।Hindi Zulf Shayari
जुल्फ़े बांधा ना करो तुम, हवायें नाराज़ सी रहती हैं।
जुल्फ़े सिर्फ "दांयी तरफ" मत रखा करो, बांया झुमका खुद को महफूज़ नहीं समझता।
दिल लेकर क्या करोगी? बताओ तो सही? तुमसे जुल्फे तो अपनी संभाली नही जाती।बेहतरीन मासूका के जुल्फों पर शायरियों का विशाल संग्रह
किसी ने पूछा कौन याद आता है, अक्सर तन्हाई में हमने कहा कुछ पुराने रास्ते, खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें।रेशमी जुल्फों पर शायरी
जुल्फे खोली हैं उन्होंने आज, और सारा शहर बादलो को दुआ दे रहा हैं।
वों जुल्फें हवाओं संग लहरायी थीं, हम असर इश्क का समझ बैठे।
बड़ी आरजू थी महबूबा को बेनक़ाब देखने की, दुपट्टा जो सरका तो ज़ुल्फ़ें दीवार बन गयी।
उनकी गहरी नींद का मंज़र भी कितना हसीन होता होगा, तकिया कहीं.. ज़ुल्फ़ें कहीं... और वो खुद कहीं।Best Zulf Shayari In Urdu
माथे को चूम लूँ मैं और उनकी जुल्फ़े बिखर जाये, इन लम्हों के इंतजार में कहीं जिंदगी न गुज़र जाये।
बहुत ही शरारती हैं...ये तेरी आवारा जुल्फें, हवा का बहाना बनाकर तेरे गालो को चूम लेती हैं।Top Zulf Shayari In Urdu
तेरी जुल्फे इशारो में कह गयी मुझे, मैं भी शामिल थी तुझे बर्बाद करने में।
तेरी जुल्फें जब बिखर जाती है, ए हसीना तू और भी हसीन हो जाती है।
रुख-ए-यार पे यह जुल्फें यूँ फिसल रही है, कभी दिन निकल रहा है कभी रात ढल रही है।
उनके हाथों में मैंहदी लगाने का ये फायदा हुआ हमें, कि रात-भर चेहरे से उनके ज़ुल्फें हटाते रहे हम।Zulf whatsapp status
ये उड़ती ज़ुल्फें ये बिखरी मुस्कान, एक अदा से संभलूँ तो दूसरी होश उड़ा देती है।
बिखरी हुई थी जुल्फे वही आँखोमें नमी थी, हम चाहकर भी पूरी ना कर सके ऐ-जिंदगी तूझमें ऐसी क्या कमी थी।"Zulf whatsapp status"
अच्छी लगती नही चांद पे बदलियां, अपने चेहरे से जुल्फें हटा लीजिये।
न तो दम लेती है तू और न हवा थमती है, ज़िन्दगी ज़ुल्फ़ तेरी कोई सँवारे कैसे।
तेरी खुली~खुली सी ज़ुल्फ़ें इन्हें लाख तुम संवारो अगर हम संवारते तो कुछ और बात होती।
मैं घंटों निगाह भर के देखता रहा उन्हें, वो इत्मिनान से घंटों धूप में जुल्फें सुखाती रहीं।Julfon Par Shayari
जिस हाथ से मैंने तेरी जुल्फों को छुआ था, छुप छुप के उसी हाथ को मैं चूम रहा हूं।
इजाजत हो तो मैं तस्दीक कर लूँ तेरी जुल्फों से, सुना है जिन्दगी इक खूबसूरत जाम है साकी।Top Zulf Shayari In Hindi
गुलों की तरह हम ने ज़िंदगी को इस कदर जाना, किसी कि ज़ुल्फ़ में इक रात सोना और बिखर जाना।
पूछा जो उनसे चाँद निकलता है किस तरह, ज़ुल्फ़ों को रूख पे डाल के झटका दिया कि यूँ।
किस ने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी।
जुल्फों में तेरी पेंच ओ ख़म जितने, मेरी मजबूरियाँ मेरे मुश्किलात बस इतने।4 Line Julf Status In Hindi
ज़ुल्फ़ घटा बन कर रह जाए आँख कँवल हो जाए शायद, उन को पल भर सोचे और ग़ज़ल हो जाए।
छाँव पाता है मुसाफिर तो ठहर जाता है, ज़ुल्फ़ को ऐसे न बिखरा हमे नींद आती है।Best Zulf Shayari In Hindi
मेरे मर जाने की वो सुन के खबर आई "मोहसिन" घर से रोते हुए वो बिन ज़ुल्फ़ सँवारे निकले।
ये कह कर सितमगर ने ज़ुल्फ़ों को झटका, बहुत दिन से दुनिया परेशाँ नहीं है।Zulf Par Shayari
आँख को जाम लिखो ज़ुल्फ़ को बादल लिखो, जिस से नाराज़ हो उस शख्स की हर बात लिखो, जिस से मिलकर भी न मिलने की कसक बाक़ी है, उसी अनजान इंसान की मुलाक़ात लिखो।
ये ज़ुल्फ़ कैसी हैं? जंजीर जैसी हैं, वो कैसी होगी जिसकी तस्वीर ऐसी हैं।
उड़े जब-जब जुल्फें तेरी कंवारियों का दिल मचले कंवारियों का दिल मचले जिन्द मेरिये।
ये रेशमी जुल्फे ये शरबती आंखे इन्हें देख कर जी रहे हैं सभी।Kali Zulf Pe Shayari
आँख को जाम लिखो ज़ुल्फ़ को बादल लिखो, जिस से नाराज़ हो उस शख्स की हर बात लिखो, जिस से मिलकर भी न मिलने की कसक बाक़ी है, उसी अनजान इंसान की मुलाक़ात लिखो।
जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं, तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं।Latest Zulf Shayari
आह को चाहिये इक उम्र असर होते तक, कौन जीता है तेरी जुल्फ के सर होते तक।
जुल्फें चाहे कितनी हंसीं क्यूँ न हो, दुपट्टा शख़्सियत को चार चाँद लगा देता है।"जुल्फों पर शायरी"
माथे को चूम लूँ मैं और उनकी जुल्फ़े बिखर जाये, इन लम्हों के इंतजार में कहीं जिंदगी न गुज़र जाये।
ये किसका ढल गया है आँचल तारों की निगाह झुक गयी है, ये किसकी मचल गयी हैं जुल्फें जाती हुई रात रुक गयी है।
उम्र भर जुल्फ-ए-मसाऐल यूँ ही सुलझाते रहे, दुसरों के वास्ते हम खुद को उलझाते रहे।
आवारा सी ज़ुल्फ तुम्हारी गालों को जब सहलाती है, हसीन बेशक उस वक़्त लगती हो पर मुझे तेरी जुल्फे जलाती है।जुल्फों पर शायरी
दिसम्बर से भी ठण्डा है तेरी ज़ुल्फ़ का साया, जी चाहता है की जून तेरे पास आकर गुजारूं।
जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं, तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं।खुली जुल्फों पर शायरी
अपनी जुल्फों से कह दो काबू में रहे, तुम्हारे गालो को चूमने का हक सिर्फ मेरा हैं।
तेरी काली जुल्फेँ और मुस्कराते होठोँ की लाली लोगोँ को दीवाना बना देती है।
सुन छोरे मैं जु़ल्फें खुली रखती हूं, तेरा दिल बांधने के लिए।
पहले जुल्फ, फिर होठ फिर दिल पे हावी तेरे नैन हो गये, तुने तीन दफा बदली डीपी हम तीन दफा तेरे फैन हो गये।
जुल्फ देखी है या नजरों ने घटा देखी है, लुट गया जिसने भी तेरी ये अदा देखी है।
तुम्हारी जुल्फे हैं या ज़ंजीर मैं इनमे कैद सा हो जाता।
फूक मार के वो अपनी जुल्फों को संवारती है, लगता है जैसे हवा भी उसकी गुलाम है।
हम कहाँ से अपने दिल को समझाये आप ने यूँ जुल्फ जो बिखेरी है।