Saans Shayari two Line
बेताब आँखे बेचैन दिल, बेपरवाह साँसे बेबस ज़िन्दगी, बेहाल हम बेखबर तुम।
साँसों की ज़रूरत है जैसे ज़िन्दगी के लिए बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए, तू कह दे अगर तो जीना छोड़ दूँ, बिना सोचे एक पल साँस लेना छोड़ दूँ।Saans-Shayari-2-Line
ख़ुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती हैं, तेरी हर बात मुझे बहका जाती हैं, साँस तो बहुत देर लेती है आने में, हर साँस से पहले तेरी याद आती हैं।
यादों की धुंध में आपकी परछाई सी लगती है, कानों में गूंजती शहनाई सी लगती है, आप करीब है तो अपनापन है, वरना सीने में सांस भी पराई सी लगती है।
चंद साँसें बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो, झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो, ज़िन्दगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो, मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो।
जिंदगी की सांसें धागे सपने, और रिश्ते नाते, कब कहाँ टूट जाये इसका किसी को, पता नही चल पाता है।Saans Shayari
हर एक साँस मुझे खिंचती है, उसकी तरफ, ये कौन है जो मेरे लिए, यूँ बेकरार रहता है।
एक साँस भी पूरी नही होती, तेरे खयालों के बिना, तुमने ये कैसे सोचा की हम, जिन्दगी गुजार देगे तेरे बीना।
हर आस अश्कबार है हर साँस बेकरार है, तेरे बगैर जिन्दगी उजडी हुई बहार है।
मेरी निगाहों की, तलाश बस इतनी है की, आखरी सांस से पहले, आपका दीदार हो जाये।Saans Shayari and status
तुम खास ही नहीं, हर सांस में हो, रूबरू नहीं पर हर एहसास में हो, मिलोगे पता नहीं मगर हर तलाश में हो, तलाश पूरी हो ना हो, मगर हर आस में हो।
एक पल में खींच लिया, किसी धागे ने हमें, और दे दी इजाजत महोब्बत को, साँस में पिरोनी की।
आपके प्यार के सुरूर में मैं कुछ ऐसा कर जाऊँगा, बनकर ख़ुशबू हवा में फ़ैल जाऊँगा, गर भूलना चाहोगे मुझे तो भूल ना पाओगे, सांस लोगे तो मैं आपके दिल में उतर जाऊँगा।
छू लिया तूने आ कर के, इस तरह मेरा वज़ूद, साँस भी तेरी अब मुझे, अपने जैसी ही लगती है।Saans Shayari and status
सांस के साथ अकेला चल रहा था, सांस गई तो सब साथ चल रहे थे।
महज़ किसी का मिलना, या बिछड़ना प्यार नहीं, एक एहसास जो आख़री साँस तक, साथ रहे वही प्रेम है।
मैं दिल हुँ, तुम साँसे, मैं जिस्म हुँ, तुम जान, मैं चाहत हुँ, तुम इबादत, मैं नशा हुँ, तुम आदत।
जो कदम कदम चलूं तुझे ही तय करूँ मै, सांसे बन के तुझे ओढ़ लूँ, तू ख्याल सा मिला है जिसको गिन सकूँ मै, आदतों में तुझे जोड़ लूँ।Saans Shayari and status
हर साँस सजदा करती है, हर नज़र में इबादत होती है, वो रूह भी आसमानी होती है, जिस दिल में महोब्बत होती है।
तेरी चाहत मेरी आँखों में है, तेरी खुशबू मेरी सांसो में है, मेरे दिल को जो घायल कर जाए, ऐसी अदा सिर्फ तेरी बातो में है।
मुझ में बेपनाह मुहब्बत के सिवा कुछ भी नही, तुम अगर चाहो तो मेरी साँसो की तलाशी ले लो।
साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती, दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती, अजीब लोग हैं इस ज़माने में ऐ दोस्त, कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।साँस शायरी Hindi
खुशबू की तरह मेरी हर साँस में, प्यार अपना बसाने का वादा करो, रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं, मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
अपने वजूद का अंदाजा इसी से लगा, तू सांस है मेरी वो भी रूकी हुई।
ना इश्क़ हो ना मोहब्बत, तुम इबादत हो मेरी, हर साँस तुझे ही अर्पण है, तुम ज़रूरी आदत हो मेरी।
तुमसे मोहब्बत क्या हुई, हर साँस इबादत हो गई।साँस शायरी Hindi
मैं साँस साँस घायल हूँ कौन मानेगा, बदन पे चोट को कोई निशान भी तो नही।
मैं तो ज़हर भी पी लूँगी, मेरी जान इक तेरी ख़ातिर, पर शर्त है तू सामने बैठ मेरे, मेरी साँसों के टूटने तक।
तलब ऐसी कि बसा लें, अपनी साँसो में तुझे हम, और किस्मत ऐसी कि, दीदार के भी मोहताज हैं हम।
मै दिल हूँ तुम सांसे मै जिस्म हुँ, तुम जान मै चाहत हुँ, तुम इबादत मै नशा हुँ तुम आदत।साँस शायरी in Urdu
सांस भी है धड़कनें भी है, बस दिल तुम्हे दे बैठी, अजीब से दोराहे पर हूं जिंदा हूं, पर तुम पर मर बैठी हूं।
भर देंगे आपके दिल मे, प्यार इतना कि, साँस भी लोगे तो सिर्फ़ हमारी, याद आएगी।
हमें आपका दीदार क्या करना, जब हम तेरी आँखों में हैं, हमें दिल का क्या करना, जब हम तेरी सांसो में हैं।साँस शायरी in Urdu
आज तुम हर साँस के साथ, याद आ रहे हो, अब तुम्हारी याद रोक दु, या अपनी सांस।
चुपके से धड़कन में उतर जायेंगे, राहें उल्फत में हद से गुजर जायेंगे, आप जो हमें इतना चाहेंगे ऐ ग़ालिब, हम तो आपकी साँसों में पिघल जायेंगे।
सुनो धड़कन सम्भालू या, साँस काबू में करूँ, यकीं मानो तुझे जी भर के, देखने में आफत बहुत।
मेरा वजूद खत्म हुआ, अब सिर्फ सांसें चलती है, इश्क़ का जनाज़ा तुम भी देख लो, सच्ची मोहब्बत कैसे जलती है।साँस शायरी in Urdu
एक दिन जब मेरी साँस थम जाएगी, मत सोचना चाहत कम हो जाएगी, फ़र्क सिर्फ़ इतना होगा, आज हम आपको याद करते हैं, कल मेरी याद आपको रुलाएगी।
मुहब्बत की इन्तिहां न पूछिये, इस प्यार की वजह न पूछिये, हर सांस मे समाये रहते हो, कहां बसे हो तुम जगह न पूछिये।
महज किसी का मिलना, या बिछड़ना प्यार नही, एक एहसास जो आख़िरी-सांस तक, साथ रहे वही प्रेम है।
तुम सोचो और ख़्याल पूरा हम करेंगे, मोहब्बत में दो रंग और ज्यादा भरेंगे, तुझे अपनी जिंदगी माना है ऐ सनम, आखरी सांस तक मोहब्बत बेपनाह करेंगे।
ख़ुद मिरी आँखों से ओझल मेरी हस्ती हो गई, आईना तो साफ़ है तस्वीर धुँदली हो गई, साँस लेता हूँ तो चुभती हैं बदन में हड्डियाँ, रूह भी शायद मिरी अब मुझ से बाग़ी हो गई।
दिल धड़कने की वजह तुम हो, साँसें चलने की वजह तुम हो, इस दिल को कभी धोखा ना देना, इस दिल की पहली और आखिरी, मोहबबत सिर्फ तुम हो।
अपनी हर साँस तुम्हारे, नाम की थी हमने, मेरा न सही, अपने नाम का तो ख्याल करते।
इस महफिल में, किसी को महसूस मत होने देना, कि तुम्हारी चाहत से मेरी, साँसे चलती है।
इरादा कत्ल का था तो मेरा, सर कलम कर देते, क्यू इश्क मे डाल कर तुने, हर साँस पर मौत लिख दी।
एक ऐसी पहर नही जिस्मे तेरी याद नहीं है, एक ऐसी साँस नही जिसमे तेरी खुश्बू नहीं है, आदत समझ या नशा इसे, मेरे होने के लिए अब तेरा होना ज़रूरी है।
कभी पलकें नीची कभी साँस गहरी भरना, वो सिखाते हैं मुझे अदाओं से मोहब्बत करना।
तुम समंदर हो, दिल मेरा दरिया है, साँसे चलती है दिल में जो मेरे, उसका तू ही तो जरिया है।
मेरी हर धड़कन में जिक्र है तुम्हारा, मेरी हर साँस पे नाम है तुम्हारा, तुम बसे हो दिल में कुछ ऐसे, की हर लम्हा एहसास बस होता है तुम्हारा।
मैंने दिल से कहा, उसे थोड़ा कम याद किया कर, दिल ने कहा वो साँस है, तेरी तू साँस ही मत लिया कर।
रोती है तेरी याद मैं आँखें झुकी झुकी, आती है हिचकियो से साँसे रुकी रुकी।
साँस तो लेने दिया करो, आँख खुलते ही याद आ जाते हो।
तू ही मिल जाये मुझे ये ही काफ़ी है, मेरी हर साँस ने बस यही दुआ माँगी है, जाने क्यों दिल खींचा जाता है तेरी तरफ़, क्या तुमने भी मुझे पाने की कोई दुआ माँगी है।
अपनी साँसें भी करदी हैं तेरी, साँसों में शामिल, अब इस से ज़्यादा तुझे, और कैसे चाहूँ?।
दुआ माँगते हैं रब से, जब आख़िरी साँस आए, तेरे सामने आए, तुझे पलकों में बसा कर, मेरा दम निकल जाए।
लम्हों का इश्क नही, सदियों की इबादत है, कैसे करें शिकायत, हर साँस को तेरी चाहत है।
जिस पल तू जीने की, आस ही छोड़ दे, ख़ुदा करे मैं उसी पल, तेरी साँसें बन जाऊँ।
जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना, या रूह मैं उसकी बन जाऊँ, लबों से छू लूँ जिस्म तेरा, साँसों में साँस जगा जाऊँ, तू कहे अगर इक बार मुझे, मैं खुद ही तुझमें समा जाऊँ।
तड़प रहीं हैं मेरी साँसें, तुझे महसूस करने को।
तेरे दिल में मेरी साँसों को, पनाह मिल जाये, तेरे इश्क में मेरी जान, फ़ना हो जाये।
जिस्म संदल सांस खुशबू आंख बादल हो गयी, आपसे घुलकर हमारी रूह पागल हो गयी, एक कंकड़ प्यार से फेंका ये किसने झील में, आज फिर ढहरे हुए दरिया में हलचल हो गयी।
भरोसे के एहसास पर जिंदा रहती है, मोहब्बत सांसो से तो सिर्फ़ जिस्म चलता हैं।
साँस तो बहुत देर लेती है आने में, हर साँस से पहले तेरी याद आती हैं।
मुहब्बत की इन्तिहां न पूछिये, इस प्यार की वजह न पूछिये, हर सांस मे समाये रहते हो, कहां बसे हो तुम जगह न पूछिये।साँस शायरी 2 लाइन - साँस Status
नजरें तुम को ही देखना चाहें, तो मेरी आँखों का क्या कसूर है, खुशबू तुम्हारी ही आए, तो मेरी साँसो का क्या कसूर है।
धुआँ बन के मिल जाओ हवाओं में तुम, साँस लेकर तुम्हें दिल में उतार लेंगे हम।
ये मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी तमन्ना है, तुम हर पल रहो मेरे पास, मेरी साँसों की तरह।
मैं तुम्हारे बिना साँस भी नहीं ले सकती, I love you मेरी नाक।
मै दिल हूँ तुम सांसे, मै जिस्म हुँ, तुम जान मै चाहत हुँ तुम इबादत, मै नशा हुँ तुम आदत।
ए अजनबी मेरे जाने क्या लगते हो तुम, साँसो में रहते और दिल में धड़कते हो तुम।
इन धड़कनो में तुम्हे बसा लू, इन आँखों मे तुम्हे, सजा लू, मेरे दिल की आरज़ू हो तुम, इन सांसो में तुम्हे, छुपा लू मैं।
एक पंडित ने कहा, तू मेरी हाथो की लकीरो में नहीं है, कोई बात नहीं, मेरी हर साँस में तो बस तू ही तू है।
सांसों के सिलसिले को ना दो ज़िन्दगी का नाम, जीने के बावजूद भी, मर जाते हैं कुछ लोग।साँस शायरी Hindi
हर एक साँस मुझे खींचती है उसकी तरफ़, ये कौन मेरे लिए बे-क़रार रहता है।
उसकी याद आई हैं, साँसों ज़रा धीरे चलो, धड़कनो से भी इबादत में, खलल पड़ता है।
रख दे मेरे होठो पे अपने होंठ कुछ इस तरह, या तेरी प्यास बुझ जाये या मेरी साँस रुक जाये।
ख़ुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती हैं, तेरी हर बात मुझे बहका जाती हैं, साँस तो बहुत देर लेती है आने में, हर साँस से पहले तेरी याद आती हैं।साँस शायरी in Urdu
साँसो का टूट जाना तो आम बात हैं, जहा अपने बदल जाये मौत तो तब आती हैं।
दिल बेचैन है साँसे थम सी गयी है, बिन दीदार तेरे शायरी भी जम सी गयी है।
याद में तेरी आँहें भरता है कोई, हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई, मौत तो सचाई है आनी ही है, लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई।
तलब ऐसी कि बसा लें अपनी साँसो में तुझे हम, और किस्मत ऐसी कि दीदार के भी मोहताज हैं हम।
महसूस हो रही है फ़िज़ा में उसकी खुशबु, लगता है मेरी याद में वो सांस ले रहे है।
इस ईद पर रब से इबादत में यही दुआ मांगो, अपने मुल्क में अमन के साँस का जहाँ मांगो।
चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा, लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा, मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए, क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।
आँखों पर तेरी निगाहों ने दस्तख़त क्या किए, हमने साँसों की वसीयत तुम्हारे नाम कर दी।
मैं नादान था जो वफ़ा को, तलाश करता रहा ग़ालिब, ये भी ना सोचा की अपनी सांस भी, एक दिन बेवफा बन जाएगी।
आंसमा पे सरकता चाँद, और कुछ रातें थी सुहानी, तेरी जुल्फों से गुजरती हुई उंगलियाँ, और तेरी साँसे थी जैसे मीठा पानी।
एक पल जो तुझे भूलने का सोचता हूँ, मेरी साँसें मेरी तकदीर से उलझ जाती हैं।
क्यो ना मैं दूँ ? आपने साँसों को अल्प-विराम, ए जो चलती है बस उसीके लिये।
अब तो साँसे भी कर दी तेरी ही साँसों में शामिल, बताओ इस से ज़्यादा तूजे और कैसे चाहूँ तुम्हे?
दफ़्ना दो हमें कुछ तो राहत मिले, साँस तेरे बिन थमी सी है।
रात हुई जब शाम के बाद, आई तेरी याद हर बात के बाद, खामोश रहकर हमने भी देखा, आवाज़ आई तेरी हर, सांस के बाद।
एक पल जो तुझे भूलने का सोचता हूँ फ़राज़, मेरी साँसें मेरी तकदीर से उलझ जाती हैं।
सनम ऐ दिल तेरी सांसे मोहताज है तेरी, अपना दीदार उधार दे दे।
आज भी मेरे दिल में वो रहती है, आज भी मेरे सपनो में वो दिखती है, क्या हुआ अब हम दूर है एक दुसरे से पर, आज भी मेरी साँसे उसकी धड़कन में बस्ती है।
सुनो अपना ख्याल रखा करो मेरे लिए, बेशक़ सांसे तुम्हारी चलती है, लेकिन तुम में जान तो हमारी बसती है।
जुबां कह न पाई मगर, आँखे बोलती ही रही, कि मुझे सांसो से पहले तेरी जरूरत है।
मुझे भी सिखा दो भूल जाने का हुनर, मैं थक गया हूँ हर लम्हा हर सांस तुम्हें याद करते करते।
चटख-से रंग, शोख़ ख़ुशबू, मुख़्तसर सांसें, काश फूलों की तरह अपनी ज़िन्दगी होती।
हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर, हम उसे अपनी खता कहते हैं, वो तो साँसों में बसी है मेरे, जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं।
साँस रूक जाये भला ही तेरा इन्तज़ार करते-करते, तेरे दीदार की आरज़ू हरगिज कम ना होगी।
याद में तेरी आहें भरता है कोई, हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई, मौत सच्चाई है एक रोज आनी है, लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई।
तुम से मुमकिन हो तो फिर रोक दो साँसें मेरी, दिल जो धड़केगा, तो फिर याद तो तुम आओगे।
दर्द की शाम है आँखो मे नमी है, हर साँस कह रही है बस तेरी कमी है।
साँसे मेरी, जिन्दगी मेरी और मोहब्बत भी मेरी, मगर हर चीज मुकम्मल करने के लिए जरुरत तेरी है।
मेरी जिंदगी में तेरी, दखलंदाजी की आदत गई नहीं, तुम साँसों में भी रुकावट, डालती हो हिचकियां बनकर।
इश्क ऐसा करो की धड़कन में बस जाए, सांस भी लो तो खुशबु उसी की आये, प्यार का नशा आँखों पे चा जाए, बात कुछ भी ना हो पर नाम उसी का आये।
अगर वो मेरे मरने की खबर पूछे तो कह देना, कि, किसी की यादो मे था इतना खोया कि साँस लेना ही भुल गया।
मेरे दिल में एक धड़कन तेरी है, उस धड़कन कि क़सम तू ज़िन्दगी मेरी है, मेरी एक साँस में एक साँस तेरी है, वो साँस जो रूक जाये तो मौत मेरी है।
चंद साँसों का खेल बाकी है, और फिर आप रोने वाले हैं।
खुदा जाने कि दुनिया कह रही है हम ही मुजरिम है, हमारे साँस लेने से मशालें बुझ गईं उनकी।
काश तू समझ सकती मोहब्बत के उसूलो को, किसी की सांसो में समाकर उसे तन्हा नहीं करते।
ज़िंदगी में हर साँसे मीठी लगने लगी, जब तुमने कहा हम आप के दिल में रहते हैं।
ख्वाहिशों का आदी दिल काश ये समझ सकता, कि साँस टूट जाती है इक आस टूट जाने से।साँस shayari
रब ना करे इश्क़ की कमी किसी को सताए , प्यार करो उसी से जो तुम्हे दिल की बात बताये, प्यार करने से पहले ये कसम जरूर लेना, की हे खुदा, आखरी साँस तक हम इस प्यार को निभाए।
हमसे दूर जाओगे कैसे, दिल से हमें भुलाओगे कैसे, हम वो ख़ुशबू है जो साँसों में बसते है, खुद की साँसों को रोक पाओगे कैसे।
ख़ुशबू तेरी सांसों की मुझे महका जाती हैं, तेरी हर बात मुझे बहका जाती हैं।
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