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75+ Barish Shayari in Hindi | ब्यूटीफुल बारिश शायरी | Best Rain Shayari

sad barish shayari

“barish”
बारिश की बूंदों में झलकती है उसकी तस्वीर, आज फिर भीग बैठे है उसे पाने की चाहत में।
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“barish”
गुजारिश करता हूं कि उससे अकेले में मुलाकात हो, ख्वाहिश ए दिल है जब भी हो बरसात हो।
“barish”
कहीं फिसल न जाओ जरा संभल के चलना मौसम बारिस का भी है और मोहब्बत का भी।
“barish”
पता था मुझे बारिश होंगी, बादलो को दुख जो सुनाया था मैंने।
“barish”
हवा भी रूक जाती है कहने को कुछ तराने बारिश की बूंदे भी उसे छूने को करती है बहाने।

barish shayari

“barish”
तेरे प्रेम की बारिश हो, मैं जलमगन हो जाऊं, तुम घटा बन चली आओ, मैं बादल बन जाऊं।
“barish”
किया न करो मुझसे इश्क़ की बाते बिन बारिश के ही भीग जाती हैं राते।
“barish”
सुनो ये बादल जब भी बरसता है, मन तुझसे ही मिलने को तरसता है।
“barish”
खुद भी रोता है मुझे भी रुला देता है ये बारिश का मौसम उसकी याद दिला देता है।
“barish”
बारिश से ज़्यादा तासीर है तेरी यादों मे हम अक्सर बंद कमरे मे भी भीग जाते हैं।

Barish Shayari

“barish”
वो बारिश की ही तो पहली याद थी , जो तुम्हारा कहा मुझे कुछ सुनाने आयी थी।
“barish”
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते, अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है।
“barish”
उस ने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नही, भीगने वालो को क्या क्या परेशानी हुई।
“barish”
मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ, मेरे रू को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ।
“barish”
मत झटका करो गीले बालों से पानी की वो बूंदे, ये कंबख्त बादल भी बरसने से इनकार कर देते है।

barish shayari in hindi

“barish”
पहले बारिश होती थी तो याद आते थे, अब याद आते हो तो बारिश होती है।
“barish”
बारिश जैसे है फूलों के लिए, वैसे ही मेरे लिए हो तुम। कि तुम्हारे आने से खिल सी जाती हूँ मै।
“barish”
उस ने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नहीं भीगने वालों को कल क्या क्या परेशानी हुई।

Barish Shayari

“barish”
सारे इत्रों की खुशबू आज मन्द पड़ गयी, मिट्टी में बारिश की बूंदे जो चंद पड़ गयी।
“barish”
मेरे दिल की जमीन बरसों से बंजर पडी है मै तो आज भी बारिश का इन्तेजार कर रहा हूँ।
कही फिसल ना जाओ,ज़रा संभल के रहना मौसम बारिश का भी है और मोहब्बत का भी है।
हम भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूबकर इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे ख्यालों जैसी।
ज्यादा दूर नही बस खुदा वहाँ पहुँचादे जहां तेरी बरकत और सुकून चारो ओर बरसता हो।

dosti barish shayari

मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल, वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।
बारिश की बूंदे गिरे जब मेरे चेहरे पर तो तेरे पास होने का एहसास हुआ।
आज आई बारिश तो याद आया वो जमाना, वो तेरा छत पे रहना और मेरा सडको पे नहाना।
जब तू थी तो तेरे गली में आना जाना था अब तेरे साथ तेरी गलियां भी भी हमें भुला दी है।
बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने, किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है।

Dosti Barish Shayari

मुझे ऐसा ही जिन्दगी का हर एक पल चाहिए, प्यार से भरी बारिश और संग तुम चाहिए।
हम भीगते है जिस तरह से तेरी यादों में डूब कर इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे खयालों जैसी।
आंखों की नमी थी या बारिश की बूंदे, बरसात में सब एक जैसी हो गयी।
मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ, मेरे रूह को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ।
बारिश की बूंदे आज मेरे चेहरे को छू गई, लगता है शायद आसमा को जमी मिल गई।

barish shayari in english

पहले बारिश होती थी तो याद आते थे, अब जब याद आते हो बारिश होती है।
पहली बारिश का नशा ही,कुछ अलग होता है, पलको को छूते ही, सीधा दिल पे असर होता है।
बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है।
इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है, ना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है।
भीगी मिट्टी की महक प्यास बढ़ा देती है, दर्द बरसात की बूँदों में बसा करता है।

Barish Shayari in English

सावन के महीने में भीगे थे हम साथ में, अब बिन मौसम भीग रहे है तेरी याद में।
बारिश समझनी है तो किसानों के चेहरे पढो, इन शायरियों ने तो इसे इश्क के दायरे में बांध रखा है।
आसमां को ग़ुरूर था वो सबका मुक़ाम है बारिश को मगर ‘ज़मीं’ ही रास आयी।
बड़ा सुहावन होता है मौसम बारिश का, दो दिलो को मिला देता है मौसम बारिश का।
साथ बारिश में लिए फिरते हो उस को ‘अंजुम’ तुम ने इस शहर में क्या आग लगानी है कोई।

Gulzar Barish Shayari

जरा ठहरो की बारिश हे यह थम जाये तो फिर जाना, किसी का तुम को छू लेना मुझे अच्छा नहीं लगता।
कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए, आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है।
कभी बेपनाह बरस पडी, कभी गुम सी है, यह बारिश भी कुछ – कुछ तुम सी है।
सावन के महीने में भीगे थे हम साथ में, अब बिन मौसम भीग रहे है तेरी याद में।
बरसात की भीगी रातों में, फिर से कोई सुहानी याद आई, कुछ अपना जमाना याद आया,कुछ उनकी जवानी याद आई।

Barish Shayari 2 Line

ख्वाहिशें तो थी तेरे संग बारिश में भीगने की, पर ग़मों के बादल कभी छाते ही नहीं।
मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ मेरे रूह को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ।
शायद कोई ख्वाहिश रोती रहती है, मेरे अन्दर बारिश होती रहती है।
बारिश से ज़्यादा तासीर है तेरी यादों मे, हम अक्सर बंद कमरे मे भी भीग जाते हैं।
रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे, बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया हूँ मैं।

Sad Barish Shayari

पूछते थे ना कितना प्यार है हमें तुम से, लो अब गिन लो ये बूँदें बारिश की, बारिश और मोहब्बत दोनों ही यादगार होते हे, बारिश में जिस्म भीगता हे और मोहब्बत में आँखे।
सांस बन कर तुम मेरे दिल में समा जाते हो, जब भी तुम्हे याद करता हूं बरसात बन के आ जाते हो।
कच्ची मिट्टी का बना होता है उम्मीदों का घर, ढह जाता है हकीकत की बारिश में अक्सर।
मुझे मार ही ना डाले इन बादलों की साज़िश, ये जब से बरस रहे हैं तुम याद आ रहे हो।
जब भी होगी पहली बारिश तुमको सामने पाएंगे, वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम कैसे देख पाएंगे।

Barish Shayari Sad

कोई रंग नही होता बारिश के पानी में, फिर भी फिजा को रंगीन बना देती है।
बालकनी से बाहर आकर देखो ऐ हसीना, मौसम तुम से मेरे दिल की बात कहने आया हैं।
कभी कभी काम से फुर्सत लेकर बारिश में भीग जाया करो, तुम तो आते नही मेरे पास हमे ही अपने पास बुलाया करो।
बारिश से मोहब्बत मुझे कुछ इस कदर है, वो बरश्ता उधर है, और मेरा दिल धड़कता इधर है।
बारिश के मौसम में हमें उनकी तलब कुछ यूं होती है, जैसे धड़कनों को सांसो की जरूरत होती है।

Romantic Barish Shayari

कही फिसल ना जाओ, ज़रा संभल के रहना, मौसम बारिश का भी है और मोहब्बत का भी है।
पूछे कोई उससे के दुख है या खुशी है, जाने क्यों बूँद कोई बारिश की पत्तों पे रुकी है।
काश आप जिनको चाहते हो उनसे मुलाकात हो जाये, ज़ुबान से न सही आँखों से बात हो जाये, आप का हाथ उनके हाथ में हो, और रिमझिम सी बरसात हो जाये।
मेरे दिल की जमीन बरसों से बंजर पडी है, मै तो आज भी बारिश का इन्तेजार कर रहा हूँ।
आप पर बारिश की तरह खुशी बरस सकती है, दुःख की हर बूंद को अपने दिल से निकाल दो।

Status Barish Shayari

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था, इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था।
ख़ुद को इतना भी न बचाया कर, बारिश हुआ करे तो भीग जाया कर, हर दफ़ा बारिश उसका पैग़ाम लेकर आती है, और मेरे बंजर से दिल को हरा भरा कर जाती है।
पहली बारिश का नशा ही,कुछ अलग होता है, पलको को छूते ही,सीधा दिल पे असर होता है।
जब भी होगी पहली बारिश तुमको सामने पाएँगे, वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पाएँगे, मुझे ऐसा ही ज़िन्दगी का एक पल चाहिए, प्यार से भरी बारिश और संग तू चाहिए।
कोई तो बारिश ऐसी हो जो तेरे साथ बरसे, तन्हा तो मेरी ऑंखें हर रोज़ बरसाती है, एक हम हैं जो इश्क़ कि बारिश करते है, एक वह हैं जो भीगने को तैयार ही नहीं।

Shayari Barish Love

गुजारिश करता हूं कि उससे अकेले में मुलाकात हो, ख्वाहिश ए दिल है जब भी हो बरसात हो।
अब के सावन मे पानी बरसा बहुत, पानी की हर बूँद मे वह आये याद बहुत, इस सुहाने मौसम मे साथ नही था कोई, बादलों के साथ इन आँखों से पानी बहा बहुत।

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