Baras Shayari Status In Hindi बरस पर शायरी
Mukesh Kumar
January 17, 2024
Baras Shayari Status In Hindi
महकी हूँ मैं भीग कर उसकी प्यार की ओस में...
सोचो बरस जाता वो तो क्या कमाल होता।
बरस पर शायरी
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,
अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो।
Baras Shayari Message
जैसे बरस पड़ती है मेरी आँखें तुझे याद करके,
क्या कभी तेरी बाहें नहीं तरसती मुझे गले लगाने के लिये।
"Hindi Shayai Baras"
बरस-बरस के सावन सोंचे, प्यास मिटाई दुनिया की,
वो क्या जाने दीवाने तो सावन में ही जलते है।
घिरे हुए थे जो बादल बरस के थम भी गए,
एक तेरी याद हैं जो थमती ही नहीँ।
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे।
Best Baras Shayari
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिए,
हम तो बादल है प्यार के कहीं और बरस जायेंगे।
रंग का खुमार ऐसा बरस रहा है,
जमीन जल चुकी है आसमान बाकी है,
दरख्तों तुम्हारा इम्तहान बाकी है।
बादलों अब तो बरस जाओ सूखी जमीनों पर,
किसी का मकान गिरवी है और किसी का लगान बाकी है।
"बरस पर शायरी"
बारिश इतना ना बरस,
कि मेरा दोस्त ना आ सके,
आए तो इतना बरस की,
लोट के ना जा सके।
बादल बरस रहे है बाहर,
और यादें बरस रही है अंदर,
हर कोई खेलने को होली तरस रहा है।
कभी तो खुल के बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह,
मेरा वजूद है जलते हुए मकाँ की तरह।
Hindi Shayai Baras
जिन पत्थरो को हमने दी थी धड़कने,
उनको जुबां मिली तो हम पर ही बरस पड़े।
दिल पे छाया रहा उमस की तरह,
एक लम्हा था सौ बरस की तरह।
दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल,,
ए-ख़ुदा अब के बरस हालात भी तो बदल दे।
Top Collection of Baras Shayari
दिए जलाए प्यार के चलो इसी ख़ुशी में,
बरस बिता के आई हैं ये सुबह जिन्दगी में मेरी।
उन्होंने कहा, बहुत बोलते हो,
अब क्या बरस जाओगे हमने कहा,
चुप हो गए तो तुम तरस जाओगे।
रिमझिम बरस पड़े हो ,
तुम तो फुहार बनके,
आया है अब तो मौसम कैसा खुमार बनके,
मेरे दिल में यूँहीं रहना तुम प्यार प्यार बनके।
बरस पर शायरी
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,
ब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो।
चेहरे पै मेरे जुल्फ को फैलाओ किसी दिन,
क्या रोज गरजते हो बरस जाओ किसी दिन।
खुशबु की तरह गुजरो मेरे दिल की गली से,
फूलों की तरह मुझ पर बिखर जाओ किसी दिन।
Best Baras Shayari
इस बार बरस जाए ईमान की बारिश,
लोगों के ज़मीर पर धूल बहुत है।
जिन पत्थरों को कभी हमने दी थी धड़कने,
आज उनको जुबां मिली तो हम परबरस पड़े।
ऐ बारिश जरा खुलकर बरस, ये क्या तमाशा है,
इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है।
Top Collection of Baras Shayari
बरस रहे बादल आँखे रो रही,
तन्हाई हर बात कह रही जाये तो कहा जाये,
हर ओर गम की हवा चल रही।
बड़ा अजीब मंजर है इश्क का,
मर चुका मानस मगर साँस चल रही।
दुश्मन भी चख ले तो मुँह मीठा हो जाए,
अब के बरस स्वभाव मेरा भी गुड़ जैसा हो जाये।
Hindi Shayai Baras
गुजरे जिधर से तू वो मेरा रास्ता न हो,
अब के बरस दुआ है तेरा सामना न हो।
आज तो आसमान से भी ज़ज़्बात नही सम्भाले जा रहे,
जमी से मिलने को तरस रहा है, रह-रह कर बरस रहा है।
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिए,
हम तो बादल है प्यार के कहीं और बरस जायेंगे।
ज़रा सी मुस्कुराहटों की बात हमने क्या की,
वो तो मुझपर बरस पड़े शिकायतों की तरह।