Best Hawa Shayari Status Images In Hindi Urdu हवा-हवाओं पर शायरी स्टेटस
Mukesh Kumar
January 24, 2024
Best Hawa Shayari Status Images In Hindi Urdu
इन चराग़ों में तेल ही कम था
क्यूँ गिला फिर हमें हवा से रहे।
Shayari on Hawa
वो ख़त के पुर्ज़े उड़ा रहा था
हवाओं का रुख़ दिखा रहा था।
"हवाओं पर शायरी"
फ़लक पर उड़ते जाते बादलों को देखता हूँ
मैं हवा कहती है मुझ से ये तमाशा कैसा लगता है।
"हवा शायरी"
चराग़ घर का हो महफ़िल का हो कि मंदिर का,
हवा के पास कोई मस्लहत नहीं होती।
"Hawa Shayari In Hindi"
हवा के दोश पे उड़ती हुई ख़बर तो सुनो,
हवा की बात बहुत दूर जाने वाली है।
Hawa Shayari Images
अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं
रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं।
Hawa Shayari In Hindi
तुझे भूल जाने की कोशिशें कभी कामयाब न हो सकी
तेरी याद शाख़-ए-गुलाब है जो हवा चली तो लचक गई।
"Hawa Shayari Images"
नहीं है मेरे मुक़द्दर में रौशनी न सही
ये खिड़की खोलो ज़रा सुब्ह की हवा ही लगे।
"हवा शायरी"
नए दौर के नए ख़्वाब हैं नए मौसमों के गुलाब हैं
ये मोहब्बतों के चराग़ हैं इन्हें नफ़रतों की हवा न दे।
Hawayen Shayari
हवा सहला रही है उस के तन को
वो शोला अब शरारे दे रहा है।
"Hawa Shayari"
हवा ख़फ़ा थी मगर इतनी संग-दिल भी न थी
हमीं को शमा जलाने का हौसला न हुआ।
"हवा शायरी"
कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल
भी दिल को ख़ुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भी।
Hawa Shayari In Urdu
हवा हो ऐसी कि हिन्दोस्ताँ से ऐ 'इक़बाल' उड़ा के मुझ को ग़ुबार-ए-रह-ए-हिजाज़ करे।
"Hawa Status Images"
सहरा से आने वाली हवाओं में रेत है
हिजरत करूँगा गाँव से गाँव में रेत है।
"Hawa Status For WhatsApp"
अगरचे ज़ोर हवाओं ने डाल रक्खा है मगर चराग़ ने लौ को संभाल रक्खा है।
"Hawa Par Shayari Images "
मैं जानता हूँ हवा दुश्मनों ने बाँधी है इधर जो तेरी गली की हवा नहीं आती ।
Hawa Status For WhatsApp
जो बच गए हैं चराग़ उनको बचाये रक्खो मै चाहता हूँ हवा से रिश्ता बनाये रक्खो।
"हवा शायरी"
एक झोंका हवा का आया 'ज़ेब' और फिर मैं ग़ुबार भी न रहा।
"Hawa Poetry"
बहार आई तो फूलों से उन की ख़ुशबू ली हवा चली तो हवा से ख़िराम उस ने लिया।
"Hawayen Shayari"
कौन ताक़ों पे रहा कौन सर-ए-राहगुज़र शहर के सारे चराग़ों को हवा जानती है।
Hawa Poetry
जहाँ सारे हवा बनने की कोशिश कर रहे थे वहाँ भी हम दिया बनने की कोशिश कर रहे थे।
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से मगर सभी को शिकायत हवा से होती है।
Hawa Shayari In Hindi Urdu
ये वादियां ये फ़ज़ाएं बुला रही हैं तुम्हें ख़मोशियों की सदाएं बुला रही हैं तुम्हें।
मैं चोट कर तो रहा हूँ हवा के माथे पर मज़ा तो जब था कि कोई निशान भी पड़ता।
"हवाओं पर शायरी"
मिरे सूरज आ! मिरे जिस्म पे अपना साया कर बड़ी तेज़ हवा है सर्दी आज ग़ज़ब की है।
हवा को आते जब देखा रौशन किया दिया मैंने।
"Hawa Poetry In Hindi"
क्यूँ न अपनी ख़ूबी-ए-क़िस्मत पे इतराती हवा फूल जैसे इक बदन को छू कर आई थी हवा।
मैं कुछ कहूँ भी तो कैसे कि वो समझते हैं हमारी ज़ात हवा है हमारी बात हवा।
"Hawa Status For Facebook"
मसअला जब भी चराग़ों का उठा फ़ैसला सिर्फ़ हवा करती है।
हवा दरख़्तों से कहती है दुख के लहजे में अभी मुझे कई सहराओं से गुज़रना है।
"Hawaon Par Shayari In Urdu"
जा रहे हो किधर 'रसा' मिर्ज़ा, देखते हो हवा किधर की है।
हवा चली तो कोई नक़्श-ए-मोतबर न बचा कोई दिया कोई बादल कोई शजर न बचा।
"Hawa Status For WhatsApp"
जिस में सारा ही शहर दफ़्न हुआ, फ़ैसले सब अटल हवा के रहे।
मैं ऐसा पागल दिया था जिस ने हवा को अपना समझ लिया था।
Hawa Poetry In Hindi
मैं अकेला उसे पुकारता था, अब हवा भी उसे पुकारती है।
रुख़ हवा ने बदल लिया अपना फ़ैसला हो गया चराग़ जले।
"Hawa Shayari Images"
हवा तो है ही मुख़ालिफ़ मुझे डराता है क्या हवा से पूछ के कोई दिए जलाता है क्या।