Shahar Status For Facebook-WhatsApp Images शहर शायरी का लाज़वाब संग्रह
Mukesh Kumar
January 16, 2024
Best Shahar Status For Facebook-WhatsApp Images
हवाएँ गर्म और ज़िस्म बे-लिबास है उसका,
शहर के लोगों क्या तुम्हें अहसास है इसका।
पूछा न जिंदगी में किसी ने भी दिल का हाल,
अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुदकुशी का है।
Shahar shayari in hindi
ख़त जो लिखा मैनें वफादारी के पते पर,
डाकिया ही चल बसा शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते।
ये ही एक फर्क है तेरे और मेरे शहर की बारिश में,
तेरे यहाँ जाम लगता है, मेरे यहाँ जाम लगते हैं।
2 Line Shahar Status
यादों का शहर देखो बिलकुल वीरान है,
दूर दूर न जंगल है न ही कोई मकान है।
नासमझ हो गये है कातिल शहर के,
मुझ लाश पे ही वार कर जाते है।
pardeshi shayari
लगा है आजकल मेला मेरे शहर में,
उम्मीद उनके भी नज़र आने की है।
दिखावा मत कर मेरे शहर में शरीफ होने का,
हम खामोश तो है लेकिन ना-समझ नहीं।
Shahar Status For Facebook-WhatsApp Images
एक कमरे में सिमट कर रह गई है,
शहर बदला था या जिंदगी।
और तो सब ठीक है लेकिन, कभी-कभी यूँ ही,
चलता फिरता शहर अचानक तन्हा लगता है।
बड़े हादसे होने लगे आज कल तेरे शहर में,
कोई दिल चुरा ले गया और पता न चला।
कितनी अजीब है इस शहर की तन्हाई भी,
हज़ारो लोग है मगर फिर भी कोई उस जैसा नहीं।
2 Line Shahar Shayari Images For WhatsApp
हर किसी के हाथ में बिक जाने को हम तैयार नहीं,
यह मेरा दिल है तेरे शहर का अख़बार नहीं।
क्या शहर क्या गांव, सब बदलने लगे,
एक घर में कई चूल्हे जलने लगे।
पूछा हाल शहर का तो मुस्कुरा के बोलें,
लोग तो जिंदा हैं ज़मीरों का पता नहीं।
चलती है दिल के शहर में ऐसी हुकुमते,
बस जो भी उसने कह दिया दस्तूर हो गया।
Heart Touching Shahar Status Images For WhatsApp
रूठा रहे वो मुझ से ये मंज़ूर है लेकिन,
यारो उसे समझाओ के मेरा शहर न छोड़े।
ठंडी हवाएं क्या चली मेरे शहर में,
हर तरफ़ तेरी यादों का दिसम्बर बिखर गया।
खंडहर हो गए थे मेरे अरमानो के महल,
शहर मे जलजला आया था तेरे जाने के बाद।
इस शहर के अंदाज अजब देखे है यारों,
गुंगो से कहा जाता है, बहरों को पुकारो।
Shahar Status For WhatsApp
अजनबी शहर में एक दोस्त मिला,
वक्त नाम था, पर जब भी मिला मजबूर मिला।
अब इस से बढ़ कर क्या हो एह्तायत-ए-वफ़ा,
मैं तेरे शहर से गुजरूँ तुझे खबर न करूं।
लगता है उनकी पायल खो गई है,
तभी आज़ शहर में सन्नाटा है।
छु कर निकलती है जो हवाएँ तेरे चेहरे को,
सारे शहर का मौसम गुलाबी हो जाता है।
Shahar Shayari For Facebook
पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है,
अब भी जलता शहर बचाया जा सकता है।
सिर्फ गुलाब देने से अगर मोहब्बत हो जाती,
तो माली सारे शहर का महबूब बन जाता।
कुछ तो ख़बर होगी तुम्हारे शहर में,
हम बेख़बर हैं अपने शहर में।
मेरे पास ही था उसके तमाम ज़ख़्मों का मरहम,
मगर कहाँ दिखायी देती हैं, बड़े शहर में छोटी दुकाने।
Shahar Shayari For Facebook
पगली सी एक लड़की से शहर ये ख़फ़ा हैं,
वो चाहती है पलकों पे आसमान रखना।
तेरे शहर के कारीगर बङे अजीब हैं ए दिल,
काँच की मरम्मत करते हैं पत्थर के औजारों से।
मत पूछ उसके मैखाने का पता ऐ साकी,
उसके शहर का तो पानी भी नशा देता है।
शहर देखकर ही अब हवा चला करती है,
अब इंसान की तरह होशियार मौसम होते हैं।
Shahar Shayari For Facebook
इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में आप,
शहर वालों से हमारी दुश्मनी बढ़ जाएगी।
माफी भी दूर से देना इस शहर में सबको,
कई क़त्ल हुए हैं माफ़ करने के बाद।
खंजर वाले तो मुफ्त मे बदनाम होते हैं,
ये हसीनों का शहर है, अदाओं से कत्लेआम होते है।
आज तक गुमसुम खड़ी हैं शहर में,
जाने दीवारों से तुम क्या कह गए।
Shahar Shayari For Facebook
मैं अपनी दोस्ती को शहर में रूसवा नहीं करता,
मोहब्बत मैं भी करता हूँ मगर चर्चा नहीं करता।
शहर भर में मजदूर जैसे दर-बदर कोई न था,
जिसने सबका घर बनाया, उसका घर कोई न था।
हर बात पे उठती हैं उंगलियां मेरी तरफ,
क्या मेरे सिवा शहर में मासूम हैं सारे।
ख़ामोश सा शहर और गुफ़्तगू की आरज़ू,
हम किससे करें बात कोई बोलता ही नहीं।
शहर शायरी का लाज़वाब संग्रह
गरीब की थाली में पुलाव आ गया,
लगता है शहर में चुनाव आ गया।
दिल है मेरा एक अजीब शहर,
जिसको भी बसाओ खो जाता है।
इस अजनबी शहर में पत्थर कहां से आया है,
लोगों की भीड़ में कोई अपना ज़रूर है।
बर्बाद ना कर ज़ालिम ठोकर से मजारों को,
इस शहर-ए-खामोशा को मर-मर के बसाया है।
शहर शायरी
मुझे भी बना दे ऐ खुदा-दिल तोड़ने वाला,
कब तक वफा करूँगा बेवफाओ के शहर मे।
कोई योगी आए बेवफाओ के शहर मे भी,
ख्वाहिशो के कत्लखाने वहाँ भी बंद करवाने है।
अजीब लोगों का बसेरा है, तेरे शहर में,
गुरूर में मिट जाते हैं, मगर बात नहीं करते।
झूठी सारी बातें धोखा हर तक़सीम,
गांव से शहर तक कड़वे सारे नीम।
शहर शायरी का लाज़वाब संग्रह
जो देखती हूँ वही बोलने की आदी हूँ,
मैं अपने शहर की सब से बड़ी फ़सादी हूँ।
मैंने अपने गम क्या आसमान को सुना दिए,
शहर के लोगो ने बारिश का मजा ले लिया।
जिस शहर में सच्चा हमसफर न मिलेगा,
मुसाफिर वहां सफर में कहां तक चलेगा।
शहर शायरी का लाज़वाब संग्रह
मेरे खेत की मिट्टी से पलता है तेरे शहर का पेट,
मेरा नादान गाँव अब भी उलझा है कर्ज की किश्तों में।
बड़े हादसे होने लगे आज मेरे भी शहर में,
कोई दिल चुरा ले गया और पता न चला।
मुझे नहीं आता,ये तेरे शहर का रिवाज होगा,
कि जिस्से काम निकल जाये,उसे ज़िन्दगी से निकाल दो।
ये सर्द रात ये तन्हाईयाँ ये नींद का बोझ,
हम अपने शहर में होते तो घर गए होते।
2 line Shahar Status
मेरा गाँव भी तिरे शहर जैंसा हो गया है,
यहाँ भी हर आदमी पत्थर जैंसा हो गया है।
अकेला वारिस हूँ उसकी तमाम नफरतों का,
जो शख्स सारे शहर में प्यार बाटंता है।
लफ्ज़ों के हेर फेर का धन्धा भी ख़ूब है,
जाहिल हमारे शहर के उस्ताद हो गये।
मौसम इस कदर खुमारी मे है,
मेरा शहर भी शिमला होने की तैयारी में है।
2 line Shahar Shayari
अश्क गिरे मेरे, जो उसके पहलू में,
बेवफाई इस शहर में, फिर आम हो गई।
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते,
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है।
सुना है कि उसने खरीद लिया है करोड़ो का घर शहर में,
मगर आँगन दिखाने वो आज भी बच्चों को गाँव लाता है।
हमारे शहर आ जाओ सदा बरसात रहती है,
कभी बादल बरसते हैं कभी आँखें बरसती हैं।
Shahar Status Images
हुई है शाम तो आँखों में बस गया फ़िर तू,
कहाँ गया है मेरे शहर के मुसाफ़िर तू।
हसीना ने मस्जिद के सामने घर क्या खरीदा,
पल भर में सारा शहर नमाज़ी हो गया।
तू हवा के रुख पर चाहतो के दीप जलाने कि जिद न कर,
ये कतिलो का शहर है यहाँ मुस्कराने कीं जिद ना कर।
खामोश सा मेरे मन का शहर,
गुलजार सा हो जाता है तेरे आने से।
Shahar Shayari Images
तबायफ ..ने अपनी आत्मकथा लिखने की क्या सोची,
कि शहर के सारे शरीफो ने आत्महत्या कर ली।
सुना है बहुत बारिश है तुम्हारे शहर में,ज़्यादा भीगना मत,
अगर धुल गयी सारी ग़लतफ़हमियाँ,तो बहुत याद आएँगे हम।
खामोश शहर की चीखती रातें, सब चुप है पर, कहने को है हजार बातें।
शहर का तब्दील होना, शाद रहना और उदास,
रौनक़ें जितनी यहाँ हैं औरतों के दम से हैं।
Shahar Shayari For WhatsApp
गले मिलकर, छुरा घोंपने का रिवाज है यहां,
क्या शहर है, कायदे का दुश्मन नहीं मिलता।
फूल पे सरसों के थोड़े दिन अभी रुकना, बसंत,
शहर दे फुरसत तो दिल तुझसे लगाने आएंगे।
सीख रहा हूँ धीरे धीरे तेरे शहर के रिवाज,
जिससे मतलब निकल जाए उसे जिंदगी से निकाल देना।
ये सर्द रात ये तन्हाईयाँ ये नींद का बोझ,
हम अपने शहर में होते तो घर गए होते।
Shahar Shayari For Facebook
ढून्ढ तो लेते तुम्हे हम, शहर में भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने क्योंकि तुम खोये नहीं थे, बदल गये थे।
जो गूजरे शहर से तेरे तो ख्याल आया,
कभी हमने भी पत्थरो से मोहब्बत की थी।
मेरा बसेरा अब उस शहर अदावत में है साहब,
जहाँ लोग सजदों में भी लोगों का बुरा चाहते हैं।
अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा,
जिसे वो शहर कहते हैं, जहाँ लोग मिलते कम, झाँकते ज्यादा हैं।
Shahar Status For whatsApp
किरदार को अपने यूं न बयां करो खुल कर,
ये शरीफों का शहर है अदाकारी जरूरी है।
शहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गए,
ऐसी गर्मी है कि पीले फूल काले पड़ गए।
मशगूल था सारा शहर दीवाली मनाने में,
मैंने वीराने में जाकर उसके सारे ख़त जला डाले।
कल लगी थी शहर में बद्दुआओं की महफ़िल मेरी बारी आई तो
मैंने कहा इसे भी इश्क़ हो इसे भी इश्क़ इसे भी इश्क़ हो।
Shahar-Status-For-Facebook
हर शख़्स मिल रहा है ज़रा फ़ासले के साथ,
ये क्या तुम्हारे शहर के दस्तूर हो गए।
अमीर शहर तु जितनी भी कोशिश करले,
कुछ तो लगता है हमारा भी ख़ुदा आखिर।
कहाँ जख्म खोल बैठा पगले, ये नमक का शहर है।
एक तो मेरी चाहत और दुसरा इश्क का बुखार,
शहर का तापमान 50 डिग्री ना हो तो क्या हो।