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Wafa Shayari Status in Hindi वफ़ा शायरी फेसबुक-व्हात्सप्प

"Wafa Shayari in Urdu"

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ना अदा से होंगी ना वफा से होंगी अब मोहब्बत जिससे भी होगी एग्जाम के बाद होंगी।
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कैसे लोग बसते है इस जहाँ में, एक से वफ़ा कर नही सकते, दूसरे से दिल लगा लेते है।

Wafa-Shayari

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कितनी भी सच्ची मोहब्बत कर लो, वफा का लोग साथ छोड़ ही देते है।
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मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफा का क़सूर, जो दिल के करीब आया वही वफा ना कर सका।
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काम आ सकी ना अपनी वफायें तो क्या करे, उस बेवफा को भुला ना जाये तो क्या करे।

Wafa Shayari Status in Hindi Urdu

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वो जमाने में यूँ ही, बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त, हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।
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अब वफ़ा का नाम न ले कोई, हमें बेवफ़ा की तलाश है, पत्थर का दिल सीने में हो, हमें उस खुदा की तलाश है।
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आग दिल में लगी, जब वो खफ़ा हो गए, महसूस हुआ तब जब वो जुदा हो गए।

Best Wafa Shayari

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करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो हमें, पर बहुत कुछ दे गए जब बेवफ़ा हो गए।
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वफ़ा का नाम मत लो यारों, वफ़ा दिल को दुखाती है, वफ़ा का नाम लेने से हमें, एक बेवफा की याद आती है।
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बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है, ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है, अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ, मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है।

Best Wafa Shayari

मैं नादान था जो वफ़ा को तलाश करता रहा ग़ालिब, ये भी ना सोचा की अपनी सांस भी एक दिन बेवफा बन जाएगी।
बेवफा होने के बाद तो कितनी ही, मजबुरियो को गिना देते है लोग, काश वफा करने की भी कोई मजबुरी होती।
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है, खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है।

बेहतरीन वफ़ा शायरी

अब इस से बढ़ कर क्या हो एह्तायत-ए-वफ़ा, मैं तेरे शहर से गुजरूँ तुझे खबर न करूं।
सोच रहा हूँ की, मुझे वफ़ा करने पर ऐसी सज़ा मिल रही है, तो उस बेवफ़ा का क्या होगा जिसने मुझे मिट्टी में मिलाया है।
हम को उन से वफ़ा की है उम्मीद, जो नहीं जानते वफ़ा क्या है।

"Wafa Shayari in Urdu"

तेरे होते हुए भी तन्हाई मिली है, वफ़ा करके भी देखो बुराई मिली है।
तेरी वफाओं का समन्दर, किसी और के लिए होगा हम तो, तेरे साहिल से रोज प्यासे ही गुजर जाते हैं।
दोस्त को दौलत की निगाह से, मत देखो, वफा करने वाले दोस्त, अक्सर गरीब हुआ करते हैं।

Wafa-Shayari

मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा, किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे. जो मौत तक वफा करे।
वफाये मांगते फिरते है फकीरों की तरह, अजीब लोग है कहते है मुहब्बत की है।
एक जाम उलफत के नाम, एक जाम मुहब्बत के नाम, एक जाम वफ़ा के नाम, पूरी बोतल बेवफा के नाम, और पूरा ठेका दोस्तों के नाम।

Wafa Shayari Status in Hindi Urdu

ख़त जो लिखा मैनें वफादारी के पते पर, डाकिया ही चल बसा शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते।
मुझे भी बना दे ऐ खुदा -दिल तोड़ने वाला, कबतक वफा करूँगा - बेवफाओ के शहर मे।
बहन की इल्तिजा माँ की, मोहब्बत साथ चलती है, वफ़ा-ए-दोस्तों, बहर-ए-मशक़्कत साथ चलती है।
उन्हें बेवफा कहूँ तो तोहीन, हो वफा की, वो वफा निभा तो, रहे है कभी इधर कभी उधर।

Best Wafa Shayari

डरा -धमका के तुम हमसे वफ़ा, करने को कहते हो, कहीं तलवार, से भी पाँव का काँटा निकलता है।
मेरे अलावा किसी और को,अपना महबूब बना कर देख ले, तेरी हर धड़कन कहेगी उसकी वफ़ा मे कुछ और बात थी।
मेरी वफा कि गवाही सितारे देते रहेँ, बस मेरे चाँद को ही मुझ पे यकीन ना आया।
जितनी दुआ की तेरी, वफ़ा पाने की, उस से ज्यादा, तेरी बेवफाई मिली है।

बेहतरीन वफ़ा शायरी

मेरी किस्मत में है एक दिन गिरफ्तार-ए-वफ़ा होना, मेरे चेहरे पे तेरे प्यार का इलज़ाम लिखा है।
वाह मौसम तेरी वफा पे आज दिल खुश हो गया, याद-ए-यार मुझे आयी और बरस तू पड़ा।
उँगलियाँ मेरी वफ़ा पर न उठाना लोगों, जिसको शक हो वो मुझसे निबाह कर देखे।

"Wafa Shayari in Urdu"

वफ़ा सीखनी है तो मौत से सीखो, जो एक बार अपना बना ले फिर किसीका होने नहीं देती।
टूट गए हम तुम्हे चाहते चाहते, अब हमसे वफ़ा की उम्मीद ना करना।
अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने, भी मोहब्बत की, मरने की दुआ, माँगी जीने की सज़ा पाई।

Wafa-Shayari

बात वफाओं की होती तो कभी न हटते हम, खेल नसीब का था. उसे किस तरह तब्दील करते।
उल्फ़त में बराबर है वफ़ा हो कि जफ़ा हो, हर बात में लज़्ज़त है अगर दिल में मज़ा हो अमीर मीनाई।
कौन उठाएगा तुम्हारी ये जफ़ा मेरे बाद, याद आएगी बहुत मेरी वफ़ा मेरे बाद अमीर मीनाई।

Wafa Shayari Status in Hindi Urdu

न मुदारात हमारी न अदू से नफ़रत न वफ़ा ही, तुम्हें आई न जफ़ा ही आई बेखुद बदायुनी।
इन वफ़ादारी के वादों को इलाही क्या हुआ, वो वफ़ाएँ करने वाले बेवफ़ा क्यूँ हो गए अख़्तर शीरानी।
आज के दौर में उम्मीद वफ़ा कैसे रखें, धूप में बैठा है खुद पेड़ लगाने वाला।

Best Wafa Shayari

टूट कर भी धड़कता रहता है, मैने कम्बखत दिल सा वफादार, आज तक नहीं देखा।
बहुत रोती हैं वो आँखें जो मुहब्बत करती हैं, वफा की बूँदों में अधूरी कहानी लिख जाती हैं।
मोहब्बत का नतीजा, दुनिया में हमने बुरा देखा, जिन्हे दावा था वफ़ा का, उन्हें भी हमने बेवफा देखा।

बेहतरीन वफ़ा शायरी

चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की और बेवफा कौन है तुम तो ये बताओ कि आज तन्हा कौन है।
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में, हमने बुरा देखा, जिन्हे दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा।
खता उनकी भी नही यारो, वो भी क्या करते, बहुत चाहने, वाले थे किस किस से वफ़ा करते।
किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तेहाँ कर दो, लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो, मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर इतना, कि अपनी वफाओं से उसको बेवफा कर दो।

"Wafa Shayari in Urdu"

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं, तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं, वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी, हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं।
कभी न कभी वो, मेरे बारे में सोंचेगी ज़रूर, के हासिल होने की उम्मीद भी नहीं फिर भी वफ़ा करता था।
परवाह करने वाले रूला जाते है, अपना समझने वाले पराया बना जाते है, चाहे जितनी वफाऐं कर लो इनसे, न छोडेगे तुमको कहकर छोड जाते हैं।
हर किसी की जिंदगी का, एक ही मकसद है, खुद भले हों बेवफ़ा लेकिन तलाश वफ़ा की करते है।

"Wafa Shayari in Urdu"

बेवफा भी कैसे कह दूँ तुमको, वफा की बातें कभी हुई ही नही थी।
वादा-ए-वफ़ा करो तो, फिर खुद को फ़ना करो, वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो।
थोड़ी दीवानगी मै लाऊगा, थोड़ी वफा तुम ले आना, साझे में कर लेंगे फिर से कारोबार-ए- मौहब्बत।
गलत कहते है लोग की सफेद रंग में वफा होती है यारो, अगर ऐसा होता तो आज नमक, जख्मो की दवा होती।

"Wafa Shayari in Urdu"

वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे, तुम्हें भुलकर जिऊ यह खुदा न करे, रहे तेरी दोस्ती मेरी जिन्दगानी बनकर, यह बात और है जिन्दगी वफा न करे।
गुज़र गया दिन अपनी तमाम रौनके लेकर, ज़िन्दगी ने वफ़ा कि तो कल फिर सिलसिले होंगे।
अगर इश्क करो तो अदाब-ए-वफा भी सीखो, ये चंद दिन की बेकरारी मोहब्बत नहीं होती।
पाबंद-ऐ-वफा रहेंगे पर, कोई सफाई ना देंगे, साये की तरह तेरे साथ होंगे पर, दिखाई ना देंगे।

"Wafa Shayari in Urdu"

वफ़ा का नाम लेने से हमें, एक बेवफा की याद आती है।
मेरी दास्ताँ-ए-वफ़ा बस इतनी सी है, उसकी खातिर उसी को छोड़ दिया।
इतनी वफ़ादारी न कर किसी से यूँ मदहोश होकर, ये दुनियाँ वाले एक ख़ता के बदले सारी वफाएँ, भुला देते है।
इक़रार -ऐ-मुहब्बत ऐहदे-ऐ.वफ़ा सब झूठी सच्ची बातें हैं “इक़बाल” हर शख्स खुदी की मस्ती में बस अपने खातिर जीता है।
तरस खाओ मुझ पर, बस इतना बताओ हमदम, तुम्हें वफ़ा नहीं आती, या तुमसे की नहीं जाती।

"Wafa Shayari in Urdu"

ये न कहना की हमें अदब-ए-वफ़ा नहीं, दूर रहकर भी तेरी सूरत को पूजा है हमने।
माना कि तुम गुफ़्तगू के फन में माहिर हो, वफ़ा के लफ्ज़ पे अटको तो हमें याद कर लेना.. अहमद फ़राज़।
वो भी पाबन्द-ऐ-वफ़ा है, की साये की तरहसाथ तो है, पर दिखाई नही देती।

"Wafa Shayari in Urdu"

दिल दिया जान के क्यों उसको वफादार "असद" ग़लती की के जो काफिर को मुस्लमान समझा.. मिर्ज़ा ग़ालिब।
कैसी हया कहाँ की वफ़ा पास-ए-ख़ल्क़ क्या हाँ ये सही कि आप को आना यहाँ न था अनवर देहलवी।
वफ़ा करेंगे निबाहेंगे बात मानेंगे तुम्हें भी याद है कुछ ये कलाम किस का था दाग़ देहलवी।

"Wafa Shayari in Urdu"

जाओ भी क्या करोगे मेहर-ओ-वफ़ा बार-हा आज़मा के देख लिया दाग़ देहलवी।
उड़ गई यूँ वफ़ा ज़माने से कभी गोया किसी में थी ही नहीं दाग़ देहलवी।
किसी तरह जो न उस बुत ने ए'तिबार किया मिरी वफ़ा ने मुझे ख़ूब शर्मसार किया दाग़ देहलवी।
ढूँड उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती ये ख़ज़ाने तुझे मुमकिन है ख़राबों में मिलें अहमद फ़राज़।

"Wafa Shayari in Urdu"

जो सज़ा दीजे है बजा मुझ को तुझ से करनी न थी वफ़ा मुझ को असर लखनवी।
वफ़ा इख़्लास क़ुर्बानी मोहब्बत अब इन लफ़्ज़ों का पीछा क्यूँ करें हम जौन एलिया।
बूढ़ों के साथ लोग कहाँ तक वफ़ा करें बूढ़ों को भी जो मौत न आए तो क्या करें.. अकबर इलाहाबादी।
दिल दिया जान के क्यों उसको वफादार "असद" ग़लती की के जो काफिर को मुस्लमान समझा मिर्ज़ा ग़ालिब।

बेहतरीन वफ़ा शायरी

हाल सुन कर मेरा वो यूँ बोले और दिल दीजिए वफ़ा कीजे जिगर बरेलवी।
दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद अब मुझको नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद जिगर मुरादाबादी।
न जफ़ा से है मेरे दिल को क़रार न तसल्ली वफ़ा से होती है रियाज़ ख़ैराबादी।
बेवफ़ाई पे तेरी जी है फ़िदा क़हर होता जो बा-वफ़ा होता मीर तक़ी मीर।

Best Wafa Shayari

बेवफ़ा कहने की शिकायत है तो भी वादा-वफ़ा नहीं होता मोमिन ख़ाँ मोमिन।
मोहब्बत अदावत वफ़ा बे-रुख़ी किराए के घर थे बदलते रहे.. बशीर बद्र।
एक औरत से वफ़ा करने का ये तोहफ़ा मिला जाने कितनी औरतों की बद-दुआएँ साथ हैं बशीर बद्र।
कभी की थी जो अब वफ़ा कीजिएगा मुझे पूछ कर आप क्या कीजिएगा हसरत मोहानी।

Wafa Shayari Status in Hindi Urdu

दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद, अब मुझ को नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद जिगर मुरादाबादी।
मैं सोचती हूँ कि इक जिस्म के पुजारी को, मेरी वफ़ा ने वफ़ा का सुहाग क्यूँ समझा नरेश कुमार शाद।
ख़ुद वफ़ा क्या वफ़ा का बदला क्या लुत्फ़ एहसान था अगर करते फ़ानी बदायुनी।
वफ़ा जिस से की बेवफ़ा हो गया, जिसे बुत बनाया ख़ुदा हो गया हफ़ीज़ जालंधरी।

Wafa-Shayari

मेरे ब'अद वफ़ा का धोका और किसी से मत करना, गाली देगी दुनिया तुझ को सर मेरा झुक जाएगा क़तील शिफ़ाई।
क्या मस्लहत-शनास था वो आदमी 'क़तील' मजबूरियों का जिस ने वफ़ा नाम रख दिया क़तील शिफ़ाई।
मुझ से क्या हो सका वफ़ा के सिवा मुझ को मिलता भी क्या सज़ा के सिवा हफ़ीज़ जालंधरी।
वफ़ा का नाम तो पीछे लिया है, कहा था तुम ने इस से पेशतर क्या बेख़ुद देहलवी।

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