लोग बहुत अच्छे होते हैं,
अगर हमारा वक्त अच्छा हो तो।
Bure-Waqt-Ki-Shayari
वक़्त का खास होना ज़रुरी नहीं,
खास लोगों के लिये वक़्त होना ज़रुरी हैं।
Bure Waqt Ki Shayari
"कुछ इस कदर खोये हैं तेरे ख्यालो में,
कोई वक़्त भी पुछता है तो तेरा नाम बता देते हैं।
Bura Waqt Quotes In Hindi
"उसकी कदर करने में जरा भी देर मत करना,
जो इस दौर में भी आपको वक्त देता हो।
Bura Waqt Shayari
"प्यार अगर सच्चा हो तो कभी नहीं बदलता,
ना वक्त के साथ ना हालात के साथ।
Shayari-Waqt
"हसरतें कुछ और, वक्त की इल्तजा कुछ और,
कौन जी सका है, अपने मुताबिक ज़िन्दगी।
Time Shayari
"सीख जाओ वक्त पर किसी की चाहत की कदर करना,
कहीं कोई थक ना जाये तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते।
Bura-Waqt-Quotes-In-Hindi
"जिंदगी ने मेरे मर्ज का एक इलाज बताया था,
वक्त को दवा और ख्वाहिशों का परहेज बताया था।
Time-Shayari
"सब अपनी गरज़ के यार है तू दोस्ती की बात न कर,
वक्त बड़ा बेरहम है ये तुझे भी आईना दिखाएगा।
Time Shayari
"उदास जिन्दगी, उदास वक्त, उदास मौसम,
कितनी चीजो पे इल्जाम लगा है तेरे ना होने से।
Time Hindi Status
"हर वक़्त दिल को जो सताए ऐसी कमी है तू,
मैं भी ना जानू की इतनी क्यूँ लाज़मी है तू।
Waqt Quotes In Hindi
"कल मिला वक़्त तो ज़ुल्फ़ें तेरी सुलझा लूंगा,
आज उलझा हूँ ज़रा वक़्त को सुलझाने में।
वक्त शायरी 2 लाइन
"तेरा साथ छूटा है सम्भलने में वक्त तो लगेगा,
हर चीज़ इश्क़ तो नहीं की इक पल में हो जाए।
"वक़्त बर्बाद करने वालों को,
वक़्त बर्बाद कर के छोड़ेगा।"दिवाकर राही।
"ज़िन्दगी की जरूरतें समझिए वक्त कम है फरमाइश लम्बी हैं,
झूठ-सच, जीत-हार की बातें छोड़िये दास्तान बहुत लम्बी है।
Waqt-Quotes-In-Hindi
"वक्त की सीढ़ियों पे उम्र तेज चलती है,
जवां रहोगे कोई शौक पाल कर रक्खो।
"हार जाउँगा मुकदमा उस अदालत में, ये मुझे यकीन था,
जहाँ वक्त बन बैठा जज और नसीब मेरा वकील था।
"वो जो कपडे बदलने का शौक रखते थे,
आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नही।
"जैसे ही तू जुदा हुआ वक़्त का वार चल गया,
तारे कही भटक गए चाँद कही निकल गया।
Waqt Quotes In Hindi
"सीख जाओ वक्त पर किसी की चाहत की कदर करना,
कहीं कोई थक ना जाये तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते।
"ना देख पीछे मुड़कर वक्त को, वो गुजर गया,
सुनो हथेली में एक बूँद अश्क की कब तक संभालोगे।
"अभी साथ था अब खिलाफ है,
वक्त का भी आदमी जैसा हाल है।
"वक्त एक सा नहीं रहता सुन लो ऐ दोस्त मेरे,
रोना तो उन्हें भी पड़ेगा ही जो औरों को रुलाते हैं।
Waqt Status
"बिछडते वक्त मेरे ऐब गिनाये उसने,
सोचता हूँ जब मिला था तब कौनसा हुनर था मुझमें।
"दिल चाहता है हर वक़्त तेरे सदके उतारता रहूँ,
भला इस कदर भी हसीन होता है महबूब किसी का।
"धीरज का दामन पकड़े पढ़ लेंगे खामोशियों को,
अभी उलझनों में उलझे हैं वक्त लगेगा गिर कर संभलने में।
"वक्त, मौसम और लोगों की एक ही फितरत होती है, कब,
कौन और कहाँ बदल जाए कुछ कह नहीं सकते।
Waqt-Shayari-In-Urdu
"एहसान तुम्हारे एकमुश्त,
किश्तों में चुकाए हैं हमनें,
कुछ वक्त लगा पर अश्कों के,
कुछ सूद चुकाए हैं हमनें।
"कलाई पर घड़ी बांध लेने से टाइम नहीं थमता,
उसे जीना पड़ता है, ताकि लम्हा यादो मै कैद हो जाये।
"तुम ने वो वक्त कहां देखा जो गुजरता ही नहीं,
दर्द की रात किसे कहते हैं तुम क्या जानो।
"पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की,
पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी में वक़्त ही न मिले।
Waqt Shayari in Urdu
"मैं तो वक्त से हार कर सर झुकाएँ खड़ा था,
सामने खड़े कुछ लोग ख़ुदको बादशाह समझने लगे।
"कौन कहता है कि वक्त बहुत तेज है,
कभी किसी का इंतजार तो करके देखो।
"जब दिल पे छा रही हों घटाएँ मलाल की,
उस वक़्त अपने दिल की तरफ़ मुस्कुरा के देख।
"तो क्या हुआ गर महंगे खिलौने के लिए जेब में पैसे नहीं,
मैं वक्त देता हूँ मेरे बच्चों को जो अमीरों को मयस्सर नहीं।
Waqt Shayari In Urdu
"कितना भी समेट लो हाथों से फिसलता ज़रूर है,
ये वक्त है दोस्तों बदलता ज़रूर है।
"आज दिल कर रहा है बच्चों की तरह रूठ ही जाऊँ,
फिर सोचा वक्त का तकाजा है मनायेगा कौन।
"काश इस गुमराह दिल को ये मालूम होता कि,
मोहब्बत उस वक्त तक ही दिलचस्प होती है जब तक नहीं होती है।
"मोहब्बत, परवाह और थोड़ा वक्त,
यही वो दौलत है जो अक्सर हम तुमसे माँगते हैं।
Waqt Pe Shayari
"जी लो हर लम्हा बीत जाने से पहले,
लौट कर यादे आती है वक्त नही।
"ना उसने मुड़ कर देखा ना हमने पलट कर आवाज दी,
अजीब सा वक्त था जिसने दोनो को पत्थर बना दिया।
"मेरी भी कहानी लिखेगा कोई इक दिन,
वक्त ने मुझे क्या से क्या बना दिया।
"हम वक्त गुजारने के लिए दोस्तों को नही रखते,
दोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते है।
Waqt-Pe-Shayari
"दर्द बयां करना है तो शायरी से कीजिए जनाब,
लोगों के पास वक्त कहां, एहसासों को सुनने का।
"सब एक नज़र फेंक के बढ़ जाते हैं आगे,
मैं वक़्त के शो-केस में चुप-चाप खड़ा हूँ।
"जिन किताबों पे सलीक़े से जमी वक़्त की गर्द,
उन किताबों ही में यादों के ख़ज़ाने निकले।
"सब कुछ तो है क्या ढूँडती रहती हैं निगाहें,
क्या बात है मैं वक़्त पे घर क्यूँ नहीं जाता।"निदा फ़ाज़ली।
Waqt-Ke-Upar-Shayari
"रोके से कहीं हादसा-ए-वक़्त रुका है,
शोलों से बचा शहर तो शबनम से जला है।"अली अहमद जलीली।
"गया जो हाथ से वो वक़्त फिर नहीं आता,
कहाँ उमीद कि फिर दिन फिरें हमारे अब।"हफ़ीज़ जौनपुरी।
"गुज़रते वक़्त ने क्या क्या न चारा-साज़ी की,
वगरना ज़ख़्म जो उस ने दिया था कारी था।"अख़्तर होशियारपुरी।
"चेहरा ओ नाम एक साथ आज न याद आ सके,
वक़्त ने किस शबीह को ख़्वाब ओ ख़याल कर दिया।"परवीन शाकिर।
Time Status In In Hindi
"वक्त चाहत नही होती तो तेरे करजज़ार होते,
एक पल के लिए भी हम तलाबदार न होते।
"अल्लाह तेरे हाथ है अब आबरू-ए-शौक़,
दम घुट रहा है वक़्त की रफ़्तार देख कर।"बिस्मिल अज़ीमाबादी।
"तू मुझे बनते बिगड़ते हुए अब ग़ौर से देख,
वक़्त कल चाक पे रहने दे न रहने दे मुझे।"ख़ुर्शीद रिज़वी।
"वक़्त अच्छा भी आएगा 'नासिर' ग़म न कर ज़िंदगी पड़ी है अभी।"नासिर काज़मी।
Time-Status-In-In-Hindi
"सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का,
यही तो वक़्त है सूरज तेरे निकलने का।
"वो ख़लिश जिस से था हंगामा-ए-हस्ती बरपा,
वक़्त-ए-बेताबी-ए-ख़ामोश हुई जाती है।
"जख्म कुरेदता है फिर मरहम लगाता है,
वक्त बेरहम है पर हकीम सबसे अच्छा है।
"खूब करता है, वो मेरे ज़ख्म का इलाज,
कुरेद कर देख लेता है और कहता है वक्त लगेगा।
2 लाइन वक्त शायरी
"राब्ता लाख सही क़ाफ़िला-सालार के साथ,
हम को चलना है मगर वक़्त की रफ़्तार के साथ।"क़तील शिफ़ाई।
"वक्त ने बदल दी, तेरे मेरे रिश्ते की परिभाषा, पहले दोस्ती,
फिर अपनापन और अब अजनबी सा अहसास।
"आप के दुश्मन रहें वक़्त-ए-ख़लिश सर्फ़-ए-तपिश,
आप क्यों ग़म-ख़्वारी-ए-बीमार-ए-हिजराँ कीजिये।
"कोई ठहरता नहीं यूँ तो वक़्त के आगे,
मगर वो ज़ख़्म कि जिस का निशाँ नहीं जाता।"फ़र्रुख़ जाफ़री।
Waqt Aadat Shayari
"उन का ज़िक्र उन की तमन्ना उन की याद,
वक़्त कितना क़ीमती है आज कल।"शकील बदायुनी।
"कौन डूबेगा किसे पार उतरना है
फ़ैसला वक़्त के दरिया में उतर कर होगा।
"सदा ऐश दौराँ दिखाता नहीं,
गया वक़्त फिर हाथ आता नहीं।"मीर हसन।
"सब आसान हुआ जाता है,
मुश्किल वक़्त तो अब आया है।"शारिक़ कैफ़ी।
Waqt-Aadat-Shayari
"जैसे दो मुल्कों को इक सरहद अलग करती हुई,
वक़्त ने ख़त ऐसा खींचा मेरे उस के दरमियाँ।"मोहसिन ज़ैदी।
"वक्त भी वक्त पर अपनी,
कदर समझा देता है।
"वक़्त रहते इश्क़ की कदर करें,
ताज़महल दुनिया ने देखा है मुमताज़ ने नहीं।
"वक्त नहीं है किसी के पास,
जब तक न हो कोई मतलब खास।
Time Status
"बंद घड़ियाँ भी दिखाऐं वक्त दिन में दो दफ़ा,
चालू घड़ियाँ भी हमारे वक्त से क्यूँ हैं खफ़ा।
"फुर्सत निकालकर आओ कभी मेरी महफ़िल में,
लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में।
"माँगना ही छोड़ दिया हमने वक्त किसी से,
क्या पता उनके पास इनकार करने का भी वक्त ना हो।
"वक्त की कैद में सिमटे जिंदगी के पन्नें,
कुछ रंगहीन और कुछ रंगीन।
Waqt-Waqt-Ki-Baat-Hai-Shayari
"जहाँ चिराग की जरूरत हुई वहाँ मैं आफताब लेकर आयी हूँ,
कुछ बारिशें वक्त पर न हो सकीं तो अब सैलाब लेकर आयी हूँ।
"सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं।
"वक्त तो रेत है फिसलता ही जायेगा,
जीवन एक कारवां है चलता चला जायेगा,
मिलेंगे कुछ खास इस रिश्ते के दरमियां,
थाम लेना उन्हें वरना कोई लौट के न आयेगा।
"उस वक़्त मुझे चौंका देना,
जब रँग में महफ़िल आ जाए।
वक्त शायरी 2 लाइन
"बातों से सीखा है हमने आदमी को पहचानने का फन,
जो हल्के लोग होते है, हर वक्त बातें भारी भारी करते हैं।
"बुरे टाइम में ही सबके असली रंग दिखते हैं,
दिन के उजाले में तो पानी भी चांदी लगता है।
"दम तोड़ देती है,माँ बाप की ममता उस वक्त,
जब बच्चे कहते है, तुमने हमारे लिए किया ही क्या है।
"वक्त के मरहम पे आखिर फिर भरोसा हो गया है,
जागता नासूर था एक आज थक के सो गया है,
राहतों की चाँदनी मेरे मुकद्दर में लिखो अब,
जिंदगी फिर से मिलेगी बीज मैंने बो दिया है।
Bura-Waqt-Shayari
"जिन्दगी जख्मो से भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है एक दिन मौत से फिलहाल जिन्दगी जीना सीख लो।
"वक्त-वक्त पर खुद में बदलाव जरुरी है,
तभी जाकर जिन्दगी का दौर बदलेगा।
"वक्त तो खैर वक्त पे बदलता है,
लेकिन इन्सान बे वक्त बदल जाते है।