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Dariya Shayari Status Images In Hindi दरिया पर शायरी स्टेटस

Dariya Shayari In Hindi

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नफरतों के पुल लाँघ आया हूँ मैं, मुहोब्बत के दरिया में डूब जाने के लिए।

"Dariya Poetry"

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मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में हैं, जो हो मालूम गहराई, तो दरिया पार क्या करना।

"Dariya Quotes"

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मैं दरिया भी किसी गैर के हाथों से न लूं, एक कतरा भी समन्दर है अगर तू देदे।

"Shayari on Dariya"

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निगाहें थी वो या था दरिया कोई, एक बार जो डूबा मैं तो फिर उबार ना सका।

2 Line Dariya Shayari

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शिकवा कोई दरिया की रवानी से नहीं है, रिश्ता ही मेरी प्यास का पानी से नहीं है।

Dariya Status Images For Facebook WhatsApp

बदन से हो के गुज़रा रूह से रिश्ता बना डाला, किसी की प्यास ने आखि़र मुझे दरिया बना डाला।

Dariya Shayari For Facebook

आँखों मे अश्क बनके हमेशा रहूँगा मैं, तश्नालबी के बाद भी दरिया रहूँगा मैं।

"Dariya Shayari Images"

वो जो मुमकिन न हो मुमकिन ये बना देता है, ख़्वाब दरिया के किनारों को मिला देता है।

Dariya Shayari Images

इस बार शहरे दिल में बहुत बारिशें हुईं, दरिया ग़म-ए-हयात के सब बेकिनार हैं।

"Urdu Shayari on Dariya"

समझ लिया था कभी एक सराब को दरिया, पर एक सुकून था हमको फ़रेब खाने में।

"Dariya Shayari For Facebook"

मेरे दामन को वुसअत दी है तूने दश्त-ओ-दरिया की, मैं ख़ुश हूँ देने वाले, तू मुझे कतरा के राई दे।

Dariya Quotes

उठाने हैं अभी दरिया से मुझको प्यास के पहरे, अभी तो खुश्क पैरों पे मुझे रिमझिम भी लिखनी है।

"2 Line Dariya Shayari"

अक्स पानी में मोहब्बत के उतारे होते, हम जो बैठे हुए दरिया के किनारे होते।

"Dariya Status For WhatsApp"

बचाता कुछ नहीं सारी कमाई डाल देता है, सुना है रोज़ दरिया में वो नेकी डाल देता है।

Dariya Shayari For WhatsApp

अगर वो होश में रहते तो दरिया पार कर लेते, ज़रा सी बात है लकिन कहाँ गाफिल समझते हैं।

Shayari on Dariya

हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है, जिस तरफ़ भी चल पड़ेंगे, रास्ता हो जाएगा।

Dariya Status For WhatsApp

चुल्लू में हो दर्द का दरिया ध्यान में उसके होंठ यूँ भी खुद को प्यासा रखना कितना मुश्किल है।

Urdu Shayari on Dariya

मुद्दतों बाद पशेमाँ हुआ दरिया हमसे, मुद्दतों बाद हमें प्यास छुपानी आई।

"Dariya Shayari"

कौन सियाही घोल रहा था वक़्त के बहते दरिया में, मैंने आँख झुकी देखी है आज किसी हरजाई की।
बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर, जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ।
अंदाज़ कोई डूबने के सीखे तो हम से, हम डूब के दरिया के किनारे नहीं निकले।
आलम तो देखिए ज़रा उनके शबाब का जैसे हो मोजज़न कोई दरिया शराब का।

Dariya Poetry In Urdu

उन्हें हक़ीक़त-ए-दरिया की क्या ख़बर "अमजद", जो अपनी रूह की मंझधार से नहीं गुज़रे।
मिल जाऊँगा दरिया से तो हो जाऊँगा दरिया, सिर्फ़ इस लिए क़तरा हूँ कि दरिया से जुदा हूँ।
कह देना समुन्दर से हम ओस के मोती हैं, दरिया की तरह तुझ से मिलने नहीं आएँगे।
आज फिर मुझ से कहा दरिया ने, क्या इरादा है बहा ले जाऊँ।

"दरिया पर शायरी"

डूबे कि रहे कश्ती दरिया-ए-मोहब्बत में, तूफ़ान ओ तलातुम पर हम ग़ौर नहीं करते।
दरिया में यूँ तो होते हैं क़तरे-ही-क़तरे सब, क़तरा वही है जिसमें कि दरिया दिखाई दे।
उस तश्ना-लब की नींद न टूटे दुआ करो, जिस तश्ना-लब को ख़्वाब में दरिया दिखाई दे।
जरा दरिया की तह तक तू पहुंच जाने की हिम्मत कर, तो फिर ऐ डूबने वाले, किनारा ही किनारा है।

"दरिया शायरी हिंदी और उर्दू में"

बढ़ गया था प्यास का एहसास दरिया देख कर, हम पलट आए मगर पानी को प्यासा देख कर।
इश्क़ के दरिया का आदाब ये बड़ा आम है, दाम-ए-हर-मौज़ की खता है मगर, किश्तियों पे इलज़ाम है।
ये इश्क़ नहीं आसाँ बस इतना समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूब के जाना है।
लहरों से लङा करता हूं मैं दरिया में उतर कर साहिल पे खङा होके मैं साजिश नहीं कराता।

"Dariya Shayari For WhatsApp"

गहरे पानी में ज़रा आओ उतर कर देखें हम को दरिया के किनारे नहीं अच्छे लगते।
मेरे होठों पे जमा सब्र बता सकता है मैने दरिया की कोई बात नहीं मानी थी।
एक सा बरसता है नूर उसका हर कहीं, फिर भी कहीं दरिया बना और बना सहरा कहीं।
तपती रेत पे दौड़ रहा है दरिया की उम्मीद लिए सदियों से इन्सान का अपने आपको छलना जारी है।

Dariya Shayari Images In Hindi-Urdu

तिश्नगी ऐसी कि कौसर से भी तस्कीन ना हो, पानी पानी ही हुआ देखे जो दरिया हम को।
नज़दीकियों में दूर का मंज़र तलाश कर जो हाथमें नहीं है वो पत्थर तलाश कर सूरज के इर्द-गिर्द भटकने से फ़ाएदा दरिया हुआ है गुम तो समुंदर तलाश कर।
मेरा साक़ी है बड़ा दरिया दिल, फिर भी प्यासा हूँ कि सहरा हूँ मैं।
आँखों से नींद खोलो दरिया रुके हुए हैं, और पर्वतों पे कब से बादल झुके हुए हैं ये सुबह सांस लेगी और बादबाँ खुलेगा पलकें उठाओ जानम ये आसमां खुलेगा।

Dariya Poetry

नेकियाँ कर के जो, दरिया में डाल दोगे अभी वो हि तूफानों में कश्तियाँ बन कर सांथ देंगी कभी।
जा लगेगी कश्ती-ए-दिल साहिल-ए-उम्मीद पर, दीदा-ए-तर से अगर दरिया रवाँ हो जाएगा।
डुबो दे अपनी कश्ती को, किनारा ढूँढने वाले ये दरिया-ए-मोहब्बत है, यहाँ साहिल नहीं मिलता।

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