Nigaah Shayari Status Images In Hindi निगाह शायरी स्टेटस का बेहतरीन कलेक्शन
Mukesh KumarMay 28, 2024
Nigaah Shayari
सौ सौ उममीदें बधंती हैं एक एक निगाह पर,
इतने प्यार से ना हमे देखा करे कोई।
"Nigaaho Par Shayari"
जिस तरफ़ उठ गई हैं आहें हैं,
चश्म-ए-बद-दूर क्या निगाहें हैं।
हर उस शख्स को जन्नत नज़र आ जाए,
सनम जिसे तुम बस एक निगाह भर देख लो।
Nigaah Par Shayari
सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते हैं लोग,
एक नज़र हमको भी देख लो ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती।
करने गए थे उस से तग़ाफ़ुल का हम गिला की,
एक ही निगाह कि बस ख़ाक हो गए।
Nigaaho Par Shayari
मैं क्या बताऊँ ये दिलरूबा तेरे सामने मेरा हाल है,
तेरी एक निगाह की बात है मेरी ज़िन्दगी का सवाल है।
छलके शराब बर्क़ गिरे या जलें चराग़
ज़िक्र-ए-निगाह-ए-यार का मौसम न आएगा।
"Qatil Nigaah Shayari"
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो,
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है।
निगाहें घुमा कर मुझे यूँ सताओ ना,
दुरी को भूल मेरे और और करीब आ जाओ ना।
"2 Line Nigaah Shayari In Hindi"
ना-खुदा को छोडकर जिनकी खुदा पर है निगाह,
देखना महफूज किश्ती उनकी तूफानों में है।
ये किन नज़रों से तू ने आज देखा कि तेरा देखना देखा न जाए।
Qatil Nigaah Shayari
मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ कम नहीं मगर,
फिर भी तेरा शबाब तेरा ही शबाब है।
निगाह बर्क़ नहीं चेहरा आफ़्ताब नहीं,
वो आदमी है मगर देखने की ताब नहीं।
निगाहों निगाहों में दिल दे बैठे है इज़हार करने का,
लबों पे कर्ज लिए बैठें है सोचता हूँ जाकर कह दूँ में,
उसे पर क्या करूँ पिटने का मन में एक डर लिए बैठें है।
देखी हैं बड़े ग़ौर से मैं ने वो निगाहें
आँखों में मुरव्वत का कहीं नाम नहीं है।
"Nigaah Status For Facebook"
सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते हैं
लोग एक नज़र हमको भी देख लो ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती।
जो निगाह की थी ज़ालिम तो फिर आँख क्यों चुराई,
वो ही तीर क्यों न मारा जो जिगर के पार होता।
बे-ख़ुद भी हैं होशियार भी हैं देखने वाले
इन मस्त निगाहों की अदा और ही कुछ है।
हमसे अब किसी पर्दे-दारी की उम्मीद न कीजे,
कुछ जुस्तजूएं निगाह तक झुकने नहीं देतीं।
"Nigaahe Shayari"
अदा अदा तिरी मौज-ए-शराब हो के रही
निगाह-ए-मस्त से दुनिया ख़राब हो के रही।
लाखों लगाव, एक चुराना निगाह का, लाखों बनाव,
एक बिगड़ना इताब में।
साक़ी ज़रा निगाह मिला कर तो,
देखना कम्बख़्त होश में तो नहीं आ गया हूँ मैं।
हजार रातो मे वो एक रात होती है,
निगाह उठाकर तुम देखो जो मेरी तरफ वो एक निगाह मेरी कायनात होती है।
Nigaahe Shayari
क़यामत है तिरी उठती जवानी ग़ज़ब ढाने लगीं नीची निगाहें।
तेरी निगाह ने क्या कह दिया खुदा जाने,
उलट कर रख दिये बादाकाशों ने पैमाने।
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो,
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है।
मिलते हैं इस अदा से कि गोया ख़फ़ा नहीं क्या आप की,
निगाह से हम आश्ना नहीं।
Nigaah Status For Facebook
निगाहों-निगाह शायरी स्टेटस का बेहतरीन कलेक्शन।
नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तजू ही सही,
नहीं विसाल मयस्सर तो आरज़ू ही सही।
तुम्हारी निगाह हमारे दिल पर कब्ज़ा किए बैठी है,
हमारी निगाहें बस तुम्हारी निगाहों में देखने का जज़्बा लिए बैठी है।
न पूछ मंज़र-ए-शाम-ओ-सहर पे क्या गुज़री निगाह जब भी हक़ीक़त से आश्ना गुज़री।
Best Romantic Nigaah Shayari In Hindi
दीदार की तलब के तरीक़ों से बे-ख़बर दीदार की तलब है तो पहले निगाह माँग।
काँटों और चाकू का तो नाम ही बदनाम हैं चुभती तो निगाहें भी हैं और काटती तो जुबान भी हैं।
तेरी निगाह थी साक़ी कि मैकदा था कोई मैं किस फ़िराक में शर्मिंदा-ए-शराब हुआ।
ज़रा झुका कर रखा करो मोहतरमा अपनी इन कातिल निगाहों को,
कहीं क़त्ल का बाजार मत बना देना इन राहों को।
Poetry On Nigaah
तेरी निगाहों में देख मदहोशी छाने लगती है
तेरी नज़रें मेरी नज़रों से नींदे चुराने लगती है।
तुझे देख कर निगाहें भी चमक उठती है,
बागों में कलि ,फूलों में महक उठती है,
होठो पे हंसी दिल में भी धड़क उठती है,
तुझे देख कर निगाहें भी दमक उठती है।
वो काफ़िर-निगाहें ख़ुदा की पनाह जिधर फिर गईं फ़ैसला हो गया।
कुछ पल के लिए निगाहों से निगाहें मिला लो हमारे दिल को थोड़ा सुकून पहुंचा दो।
Heart Touching Nigaah Images Shayari
उन रस भरी आँखों में हया खेल रही है दो ज़हर के प्यालों में क़ज़ा खेल रही है।
तेरी नज़रों से पूछता हूँ तेरे दिल का पता कमबख्त चुप हैं,
ऐसी मुझसे हुई क्या खता मुंह से कुछ बोल कर दे दे तू बता आज ये निगाहें पूछे तेरे दिल का पता।
जब भी देखें तुझे यह निगाहें फिर तुझे ही देखते रहना चाहें।
निगाहों ने तेरी ये काम कर डाला भरी महफ़िल में इस मासूम को, बदनाम कर डाला।
"Heart Touching Nigaah Images Shayari"
अदा से देख लो जाता रहे गिला दिल का,
बस इक निगाह पे ठहरा है फ़ैसला दिल का।
ज़रा झुका कर रखा करो मोहतरमा अपनी इन कातिल निगाहों को,
कहीं क़त्ल का बाजार मत बना देना इन राहों को।
नज़रअंदाज़ करते हो तो हट जाते है निगाहों से हम,
इन्ही नज़रों से ढूंढोगे जब नज़र ना आयेंगे हम।
हाए वो राज़-ए-ग़म कि जो अब तक तेरे दिल में मिरी निगाह में है।
Nigaah Shayari In Hindi Images
छिपा कर रखिये इन निगाहों को सबके दिल,
जो इस तरहा जला रही है एक खुनी की तरह बनकर सब के क़त्ल करे जा रही है।
अब आएँ या न आएँ इधर पूछते चलो क्या चाहती है उन की नज़र पूछते चलो।
ख़ुदा बचाए तिरी मस्त मस्त आँखों से फ़रिश्ता हो तो बहक जाए आदमी क्या है।
धोखा था निगाहों का मगर ख़ूब था धोखा मुझ को तिरी नज़रों में मोहब्बत नज़र आई।
"2 Line Nigaah Shayari"
निगाहें इस क़दर क़ातिल कि उफ़ उफ़ अदाएँ इस क़दर प्यारी कि तौबा।
हाल कह देते हैं नाज़ुक से इशारे अक्सर कितनी ख़ामोश निगाहों की ज़बाँ होती है।
मोहब्बत का तुम से असर क्या कहूँ नज़र मिल गई दिल धड़कने लगा।
निगाह-ए-नाज़ की मासूमियत अरे तौबा जो हम फ़रेब न खाते तो और क्या करते।
2 Line Nigaah Shayari
साक़ी मुझे शराब की तोहमत नहीं पसंद मुझ को तिरी निगाह का इल्ज़ाम चाहिए।
निगाह-ए-नाज़ की पहली सी बरहमी भी गई मैं दोस्ती को ही रोता था दुश्मनी भी गई।
फ़क़त निगाह से होता है फ़ैसला दिल का,
न हो निगाह में शोख़ी तो दिलबरी क्या है।
शग़ुफ़्तगी-ए-दिल-ए-कारवाँ को क्या समझे वो इक निगाह जो उलझी हुई बहार में है।
"Shayari On Nigaah"
देखा है किस निगाह से तू ने सितम-ज़रीफ़ महसूस हो रहा है मैं ग़र्क़-ए-शराब हूँ।
है तेरे लिए सारा जहाँ हुस्न से ख़ाली ख़ुद हुस्न अगर तेरी निगाहों में नहीं है।
कुछ तुम्हारी निगाह काफ़िर थी कुछ मुझे भी ख़राब होना था।
तड़प रहा है दिल इक नावक-ए-जफ़ा के,
लिए उसी निगाह से फिर देखिए ख़ुदा के लिए।
Shayari On Nigaah
बरसों रहे हैं आप हमारी निगाह में ये क्या कहा कि हम तुम्हें पहचानते नहीं।
दिल मेरा खो जाता है सब भूल कर तेरा हो जाता है,
जब तू अपनी नशीली निगाहें मेरी नज़रों से मिलाता है।
दिल मेरे में एक बेचैनी सी छाने लगती है,
तू जब किसी और से निगाहें मिलाने लगती है।
तेरी निगाहों में कहीं खो जाना चाहता हूँ,
तुझे दिल देकर मै तेरा हो जाना चाहता हूँ।
बहुत दिन बाद यह रात आयी है तू मुझसे मिलने मेरे पास आई है,
निगाहों से नज़रें मिलाकर तुमने इस दिल की प्यास जगाई है।