राष्ट्रीय प्रेरणा दिवस 31 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से स्वामी विवेकानंद के योगदान को याद करने और उनकी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था, लेकिन उनकी प्रेरणादायक शिक्षा और दर्शन को बढ़ावा देने के लिए 31 जनवरी को यह दिवस मनाया जाता है। उनके जीवन और कार्यों से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की कोशिश की जाती है।
हर व्यक्ति के जीवन में प्रेरणा का विशेष स्थान होता है। यह प्रेरणा हमें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करती है। इसी भावना को समर्पित है 'राष्ट्रीय प्रेरणा दिवस'। यह दिवस हमें उन महान व्यक्तियों और विचारों की याद दिलाता है, जिन्होंने समाज और देश के उत्थान के लिए अनुकरणीय कार्य किए हैं।
राष्ट्रीय प्रेरणा दिवस का उद्देश्य
राष्ट्रीय प्रेरणा दिवस का मुख्य उद्देश्य समाज में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा का संचार करना है। यह दिन हमें अपने जीवन में नए संकल्प लेने, कठिनाइयों से उबरने और समाज की बेहतरी के लिए योगदान देने की प्रेरणा देता है।
महत्वपूर्ण प्रेरणादायक व्यक्तित्व
भारतवर्ष में ऐसे कई महान व्यक्तित्व हुए हैं, जिन्होंने अपने कार्यों से देश और दुनिया को प्रेरित किया है। इनमें महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आदि का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। इन विभूतियों के विचार और कार्य आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं।
Inspirational Example
- डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम: एक अखबार बेचने वाले लड़के से भारत के राष्ट्रपति बनने तक का सफर, उनकी कड़ी मेहनत और सपनों को साकार करने की इच्छा का जीता-जागता उदाहरण है।
- अरुणिमा सिन्हा: ट्रेन दुर्घटना में पैर गंवाने के बावजूद माउंट एवरेस्ट फतह कर उन्होंने साबित किया कि हौसले से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।
- मैरी कॉम: कई संघर्षों के बावजूद विश्व बॉक्सिंग चैंपियन बनकर उन्होंने यह संदेश दिया कि मेहनत और लगन से कुछ भी संभव है।
- दुनिया के महान वैज्ञानिक आइंस्टीन: जिन्हें बचपन में मंदबुद्धि समझा गया, लेकिन अपनी खोजों से विज्ञान की दुनिया में क्रांति ला दी।
- एथलीट मिल्खा सिंह: गरीबी और संघर्षों के बावजूद भारत के महानतम धावकों में से एक बनकर उन्होंने पूरी दुनिया को प्रेरित किया।
Inspirational Quotes
"खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।" - महात्मा गांधी
"उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक रुको मत।" - स्वामी विवेकानंद
"सपने वह नहीं जो हम सोते समय देखते हैं, बल्कि यह वह चीज़ है जो हमें सोने नहीं देती।" - डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
"क्रांति की तलवार विचारों की शान से तेज होती है।" - भगत सिंह
"मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी।" - रानी लक्ष्मीबाई
"शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो इसे पिएगा वह दहाड़ेगा।" - बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर
"तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।" - सुभाष चंद्र बोस
"सच्चा शिक्षक वही होता है जो अपने छात्रों को केवल ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाता है।" डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
"जब तक आपका शरीर स्वस्थ और नियंत्रण में है, तब तक आत्मा को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करें।" - चाणक्य
"यदि आप सौ लोगों की मदद नहीं कर सकते, तो कम से कम एक की मदद करें।" - मदर टेरेसा
"हमेशा खुद को व्यक्त करें, खुद पर विश्वास रखें, और बाहर जाकर सफलता के लिए प्रयास करें।" - ब्रूस ली
"जो अपने लिए नहीं सोच सकते, वे सोचने का नैतिक अधिकार भी खो देते हैं।" - रवींद्रनाथ टैगोर
राष्ट्रीय प्रेरणा दिवस का आयोजन
इस दिन विभिन्न संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों और संगठनों में प्रेरणादायक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इनमें भाषण, निबंध प्रतियोगिता, सेमिनार और समाज सेवा से जुड़े कार्य शामिल होते हैं। डिजिटल युग में सोशल मीडिया भी प्रेरणादायक संदेशों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है।
प्रेरणा का स्रोत बनें
प्रेरणा केवल पढ़ाई या भाषणों तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह हमारे कार्यों से झलकती है। यदि हम अपने जीवन में अनुशासन, परिश्रम, ईमानदारी और सदाचार को अपनाएं, तो हम भी दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं।